रायपुर। एक दिसंबर से खरीफ वर्ष 2021-22 की धान खरीदी शुरू हो रही है। इसके लिए प्रशासन ने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिले में अभी 5000 गठान बारदाने पहुंच गए हैं, जो कि 137 धान खरीदी केंद्र के माध्यम से होने वाली खरीदी की स्थिति में 20 दिनों के लिए पर्याप्त होंगे। अधिकारियों का कहना है कि अभी राशन दुकान से नए और पुराना बारदाने भी मिल रहे हैं। उम्मीद है कि जिले में पांच लाख 74 हजार मीट्रिक टन धान करीब एक लाख 29 हजार 291 किसानों से खरीदा जाएगा। फिलहाल धान खरीदी के पूरे सीजन में जिले को 25 हजार गठान बारदानों की जरूरत होगी।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी ने बताया कि किसानों से धान खरीदी एक दिसंबर से 31 जनवरी 2022 तक की जाएगी। इसके लिए अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम राजधानी के दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में रखा गया था। सभी समितियों में किसानों का धान व्यवस्थित रूप से खरीदने के लिए टोकन व्यवस्था पूर्व वर्षों की तरह की गई है। लघु सीमांत और सीमांत किसानों को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी।

17 प्रतिशत अधिक नमी पर खरीदी नहीं

इस साल भी धान खरीदी केंद्रों में आर्द्रतामापी का उपयोग धान की नमी की जांच के लिए किया जाएगा। धान में 17 प्रतिशत से अधिक नमी होने पर उसकी खरीदी नहीं की जाएगी। एक सप्ताह पहले हुई तेज बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। कई जगह धान गीला होने के कारण किसान एक दिसंबर को धान नहीं बेच पाएंगे। वे किसान मजबूरन अब धान को सूखने का इंतजार करेंगे।

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