रायपुर। छत्तीसगढ़ के कैंसर रोगियों को अब कीमोथैरेपी के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में मरीजों को कीमोथैरेपी की सुविधा का लाभ मिल सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के निर्देश मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों में इस सुविधा के विस्तार की तैयारी शुरू कर दी है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा जिल जिलों में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां इसकी व्यवस्था करने के निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द ही कैंसर के मरीजों को अपने घर के पास में ही यह सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। बताते चलें कि वर्तमान में प्रदेश में 17 जिला अस्पतालों में कीमोथेरेपी की सुविधा दी जा रही है, जिसमें से आठ अस्पताल बस्तर और सरगुजा जैसे दूरस्थ अंचल में स्थित हैं।

बताते चलें कि कोरोना काल में लाकडाउन में परिवहन की सुविधा बंद होने के बाद भी कैंसर के मरीजों को ज्यादा परेशानी नहीं हुई थी क्योंकि उसके घर के पास जिला अस्पतालों में कीमोथैरेपी दी जा रही थी। मगर, अब इस सुविधा को हर जिला अस्पताल तक विस्तारित करने की स्वास्थ्य विभाग की योजना है।

स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ‘दीर्घायु वार्ड’ योजना के अंतर्गत प्रदेश के 17 जिला अस्पतालों में 820 कैंसर मरीजों की कीमोथेरेपी की गई। इसमें जगदलपुर जिला अस्पताल में 341, जशपुर में 294, अंबिकापुर में 78, कांकेर और सूरजपुर में 24-24, रायपुर में 17, नारायणपुर में 13, जांजगीर और धमतरी में दस-दस, बेमेतरा में चार, बिलासपुर और दंतेवाड़ा में दो-दो तथा बलरामपुर जिला अस्पताल में एक मरीज की कीमोथेरेपी की गई।

वहीं, इस अंतराल में 2809 व्यक्तियों में कैंसर की जांच की गई है। इसमें जगदलपुर जिला अस्पताल में 1260, धमतरी में 456, जशपुर में 311, रायपुर में 242, सूरजपुर में 237, जांजगीर में 102, कांकेर में 65, बिलासपुर में 47, बेमेतरा में 31, बलरामपुर में 23, बालोद और अंबिकापुर में दस-दस, दंतेवाड़ा में सात और गरियाबंद जिला अस्पताल में चार लोगों में कैंसर की स्क्रीनिंग की गई।

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