रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर में बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री भूपेश ने ऐलान किया कि अब जिला पंचायत अधिकारियों, सीईओ की गोपनीय चारित्रा वली में अभिमत जिला पंचायत प्रतिनिधि देंगे। इतना ही नहीं सीएम ने सरपंचों को अब 50 लाख रुपये तक के काम करने की अनुमति दे दी है। साथ ही सरपंचों का मानदेय भी बढ़ा दिया गया है। मानदेय 2 हजार रुपये से बढ़ाकर 4 हजार रुपये कर दिया गया है।

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि जल्द ही नया संशोधित एसओआर लागू होगा, जिसमें सरपंचों को 50 लाख तके काम का अधिकार दिया जाना शामिल होगा। आज मीडिया से चर्चा में नए कृषि कानूनों को वापस लेने के केन्द्र सरकार के फैसले पर भी सीएम भूपेश बघेल ने बात की। सीएम ने कहा कि कानून वापस लेना किसानों की जीत है, अभिमानी की हार है। किसानों को अपमानित करने में उन्होंने कोई कमी नहीं की।
किसानों को आतंकवादी,आंदोलन जीवी, ठलवा क्या क्या नहीं कहा। आज केन्द्र सरकार को वापस लेना पड़ा। हम कहते हैं जब रावण का घमंड नहीं टीका तो मोदी जी का घमंड क्या चीज हैं।

गुरुद्वारे में टेका मत्था

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को राजधानी रायपुर स्थित खालसा स्कूल में गुरुनानक जयंती के अवसर पर आयोजित प्रकाश पर्व में शामिल हुए। उन्होंने प्रदेशवासियों को गुरू नानक जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने गुरु ग्रंथ साहब के सामने मत्था टेका और प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि गुरुनानक देव जी का प्राकट्य उत्सव देश दुनिया में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है। उन्होंने कहा की गुरुनानक देव जी ने मानवता की सेवा का संदेश दिया, उन्होंने सेवा को सबसे बड़ा धर्म बताया। कोरोना संकटकाल में सिक्ख समाज द्वारा मानवता की सेवा के किए गए उत्कृष्ट कार्यो का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिक्ख समाज ने छत्तीसगढ़ के साथ पूरे देश में सेवा का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। यह समाज के लोगों की गुरु के प्रति अटूट आस्था का प्रतीक है।

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