नई दिल्ली। अब एलआईसी के पॉलिसीधारक उसके शेयरहोल्डर भी बन सकते हैं। यानी निवेश के लिए एलआईसी के बीमाधारकों के पास एक अतिरिक्त मौका होगा, जिससे वे अपनी पूंजी को लंबे समय में ज्यादा बना सकते हैं। इसके लिए जीवन बीमा की दिग्गज कंपनी ने बुधवार पहली बार बिल्कुल अलग तरह का विज्ञापन दिया है, जिसमें बताया गया है कि पॉलिसीधारकों को एलआईसी के आईपीओ में निवेश करने के लिए कुछ पूर्व-जरूरतों को पूरा करना होगा। सबसे पहले उन्हें अपने पैन की डिटेल एलआईसी के साथ अपडेट करनी होगी और डीमैट खाते की जानकारी भी देनी होगी।

बताते चलें कि वित्त मंत्रालय पहले ही संकेत दे चुका है कि एलआईसी आईपीओ जारी करने के आकार का 10 प्रतिशत तक अपने पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षित कर सकता है। इसके लिए एलआईसी अधिनियम, 1956 में इस वर्ष किए गए संशोधन भी किया जा चुका है। एलआईसी ने बुधवार को दिए गए विज्ञापन में कहा गया है कि ऐसी किसी भी आईपीओ को लेने के लिए पॉलिसीधारक को अपनी पैन की जानकारी निगम के रिकॉर्ड में अपडेट करानी होगी।

यह केवाईसी के लिए भी काम में आएगी और एलआईसी द्वारा प्रस्तावित सार्वजनिक पेशकश में भाग लेने की पॉलिसीधारक को प्राथमिकता भी दिलाएगी। पॉलिसी धारक को बस अपनी पैन की जानकारी, पॉलिसी नंबर, जन्म तिथि और ईमेल आईडी दर्ज करनी होगी। इसके लिए आप एलआईसी के एजेंट से भी संपर्क कर सकते हैं।

इसके साथ ही आपके पास डीमैट एकाउंट भी होना चाहिए। डीमैट खाता अब बहुत महंगा नहीं है। हालांकि, यदि आप सिर्फ एलआईसी के आईपीओ में निवेश करना चाहते हैं, तो भी इसका कोई मतलब नहीं है। मगर, यदि आप बेहद रूढ़िवादी निवेशक हैं, जिन्होंने कभी इक्विटी मार्केट में निवेश नहीं किया है, तो आपको सावधानी से चलने की जरूरत है। एलआईसी के पास एक विशाल ग्राहक आधार और एक महान प्रतिष्ठा है। लोग एलआईसी में निवेश करेंगे, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि वे इक्विटी के साथ आने वाले जोखिमों को समझें। अपने पास एक विविध पोर्टफोलियो रखें।

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