Along with the purchase of paddy, the committees also started the off-take

रायपुर। छत्तीसगढ़ में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत के साथ ही समितियों से धान का उठाव भी शुरू हो गया है। धान खरीदी शुरु होने के तीसरे दिन ही बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, जशपुर और रायगढ़ सहित कई जिलों में समितियों से धान का उठाव शुरु हो गया है। साथ ही सीएम बघेल ने  कस्टम मिलिंग के लिए राइस मिलरों को प्रोत्साहन राशि को बढ़ाकर 120 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है।  मुख्यमंत्री के निर्देशों पर अमल करते हुए धान के उठाव का कार्य शुरु हो गया है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि समितियों में धान जाम न हो और खरीदी के साथ धान के उठाव का कार्य भी शुरु किया जाए। उन्होंने किसानों की सहूलियत के लिए धान खरीदी केन्द्रों में सभी व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित रुप से संचालित करने के लिए मुख्य सचिव सहित वरिष्ठ अधिकारियों को धान खरीदी की व्यवस्था की नियमित निगरानी करने के निर्देश दिए थे।

इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने लगातार दो दिन 30 नवंबर और 1 दिसंबर को छत्तीसगढ़ प्रदेश राइस मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों और खाद्य विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी और धान की कस्टम मिलिंग की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने राइस मिलरों से समितियों से धान का उठाव और मिलिंग कार्य में गति लाने तथा बारदानों की आपूर्ति पर राईस मिलर्स को भी विशेष ध्यान रखने को कहा था।

प्रदेश में धान खरीदी एक दिसंबर से शुरु होने के साथ ही मुख्य सचिव अमिताभ जैन सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने धान खरीदी केन्द्रों में पहुंचकर वहां व्यवस्थाओं की निगरानी प्रारंभ कर दी है। मुख्यमंत्री की पहल पर धान का उठाव पहली बार खरीदी शुरु होने के तीन दिनों के भीतर ही शुरु हो गया है। अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि उठाव के बाद धान कस्टम मिलिंग के लिए राइस मिलों में जाए न कि संग्रहण केन्द्रों में, जिससे धान की खरीदी का काम सुचारु रुप से चलता रहे।

 

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