रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के धान किसानों की झोली भरने के बाद अब राइस मिलर्स को तोहफा दिया है। उन्होंने कस्टम मिलिंग के लिए राइस मिलरों की प्रोत्साहन राशि को बढ़ाकर अब 120 रुपये प्रति क्विंटल करने की घोषणा की है। सीएम बघेल ने राइस मिलर एसोसिएशन की विभिन्न समस्याओं पर भी चर्चा की और उनके निराकरण के लिए दिशा-निर्देश दिए।

प्रदेश राइस मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों और खाद्य विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में धान की कस्टम मिलिंग की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने राइस मिलरों से कहा कि समितियों से धान का उठाव और मिलिंग कार्य में गति लाते हुए चावल जमा करने के कार्य को समयावधि में पूरा कर लिया जाए। बारदानों की आपूर्ति पर राईस मिलर्स भी विशेष ध्यान रखें।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की इस घोषणा के बाद राइस मिलर्स काफी खुश हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने बैठक में बताया कि किसानों के पुराने जूट बारदाने का मूल्य 18 रूपए प्रति नग से बढ़ाकर 25 रूपए कर दिया गया है। बताते चलें कि प्रदेश में एक दिसंबर से धान खरीदी शुरू हो चुकी है। पहले ही दिन 30 हजार 58 किसानों से धान खरीदी केंद्रों में 88 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में पंजीकृत किसानों की संख्या 24 लाख नौ हजार 453 है। इसके साथ ही धान की मलिंग भी तेजी से होती जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने अधिकारियों को मिलर्स की परेशानियों को दूर करने के निर्देश दिए हैं।

उधर, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश में धान खरीदी को लेकर जो अव्यवस्था का आलम है वह किसी से छिपा नहीं है। धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था के बीच किसानों को भारी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक-एक दाना धान खरीदने की बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कही थी, लेकिन अभी तक केंद्रों में बारदाने ही पूरे नहीं पहुंचे हैं।

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