रायपुर। अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदेश भर से पहुंचे दिवंगत शिक्षकों के परिजनों की अनिश्चितकालीन हड़ताल का मंगलवार को 22 वां दिन था। जहां महिलाएं परिवार के साथ डटी हुई हैं। उनके साथ छोटे-छोटे बच्चे भी आए हुए हैं।

यह समय कड़कती ठंड का है। ऐसे में साथ आए बच्चों के लिए तकलीफदेह स्थिति है। बच्चे मंदिर और पेड़ों के नीचे आश्रय लिए हुए है। ऐसे में एक और परेशानी आ गई कि मंगलवार की शाम को तेज हवा के साथ ही झमाझम बारिश हो गई। तेज़ हवा में एक सहारा टेंट भी उखड़ गया। ऐसे में बारिश में भीगते हुए विधवा महिलाएं और बच्चे हड़ताल में भी डटे हुए हैं, लेकिन बेरहम सा सिस्टम इनको लेकर गंभीर नहीं है।

रात में खराब मौसम और कड़कती ठंड में हड़ताली महिलाएं बदकिस्मती पर आंसू बहा रही थीं। विधवा महिलाएं कुछ बीमार महिलाओं और बच्चों को मंदिर का शरण मिला हुआ है। बारिश के बाद भी वे भूखे पेट बच्चों के साथ डटे हुए हैं। यहां वाहां वे पेड़ के नीचे आग जलाकर बैठी हैं।

बता दें कि अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का आज 22 दिन रहा। वहीं मांग को लेकर आमरण अनशन का आज छठवां दिन है, जिसमें सिस्टम के साथ ऊपर वाले ने भी इन महिलाओं पर बेरहमी बरती है। कुछ सामान और बच्चों को पुलिस ने मंदिर पहुंचाया है। दिवंगत पंचायत शिक्षक संघ के बैनर तले वे हड़ताल जारी रखे हुए हैं।

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