रायपुर। बीरगांव नगर निगम के महापौर पद की तस्वीर साफ होने लगी है। बताया जा रहा है नंदलाल देवांगन बीरगांव के महापौर हो सकते हैं। इस नाम पर सहमति बनाने के प्रयास जारी है। इसी तरह अन्य निकायों में भी महापौर पद के लिए जोड़-तोड़ की कवायद जारी है। किसी आशंका से बचने कांग्रेस अपने सभी पार्षदों को सुरक्षित कर चल रही है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और क्षेत्रीय विधायक सत्यनारायण शर्मा के करीबियों में शुमार नंदलाल वार्ड 25 से जीतकर आए हैं। वे बीरगांव से तीसरी बार पार्षद चुने गए हैं। बताया जा रहा है विधानसभा चुनाव में उतरने से पहले कांग्रेस यहां देवांगन को महापौर बनाकर पिछड़ा वर्ग के मतों के ध्रुवीकरण की पार्टी की सोच है।

यहां के मामले में सीएम भूपेश बघेल पहले कह चुके हैं बीरगांव में ओबीसी वर्ग का महापौर बनाया जाएगा। पार्टी सूत्रों के मुताबिक वार्ड 9 से जीतीं भारती नंदू चंद्राकर और वार्ड 35 के संतोष कुमार साहू भी महापौर पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं। इनको कुछ पार्षदों का समर्थन भी हासिल है। अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व को ही लेना है।

सत्यनारायण शर्मा की सहमति ही अंतिम निर्णय
हालांकि कहा यह भी जा रहा है, बीरगांव का महापौर विधायक सत्यनारायण शर्मा की सहमति से ही बनेगा। मतगणना के दिन भी कांग्रेस के चुनाव संचालक और विधायक सत्यनारायण शर्मा के पुत्र पंकज शर्मा नंदनाल देवांगन को साथ लेकर ही मतगणना केंद्र से बाहर निकले थे। उसी दिन इसके संकेत दिखाई दे रहे थे।

सभापति के लिए इनका नाम लगभग तय
बीरगांव निगम में सभापति पद के लिए वार्ड 28 से जीते इकराम अहमद के नाम की चर्चा है। इकराम इस चुनाव में सबसे बड़े अंतर से जीते हैं। हालांकि पार्टी के भीतर उनको सभापति बनाए जाने पर कुछ आपत्तियां भी आ रही हैं। कांग्रेस नेतृत्व अभी तक इसपर रुख स्पष्ट नहीं कर पाया है। बताया जा रहा है। एक-दो दिनों में इस पद पर दावेदारों के नाम भी स्पष्ट हो जाएंगे।

विधानसभा चुनाव की तैयारी इसी से
कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ताओं में से एक नंदलाल देवांगन, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के रायपुर जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश देवांगन के भाई हैं। ओमप्रकाश रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से प्रमुख दावेदारों में से एक हैं। वे और उनकी पार्टी पिछड़ा वर्ग और SC मतदाताओं के ध्रुवीकरण की कोशिश में हैं। बीरगांव इस राजनीति का प्रमुख शहरी आधार है। सत्यनारायण शर्मा यहां से अगले चुनाव में अपने बेटे पंकज शर्मा को उतारना चाहते हैं। ऐसे में नंदलाल को महापौर बनाने का फॉर्मूला विधानसभा चुनाव के गणित को हल करने में आसान दिख रहा है।

इनको मिला सहमति बनाने का जिम्मा
कांग्रेस ने नगरीय निकाय चुनाव में जीत के बाद बीरगांव में महापौर चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने विभिन्न शहरों में महापौर, अध्यक्ष, और सभापति चुनने के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। बीरगांव नगर निगम में प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री प्रशासन रवि घोष, मोतीलाल देवांगन और राजेन्द्र साहू को यह जिम्मेदारी दी गई है।

निगमों-पालिकाओं में इन नेताओं को मिली जिम्मेदारी
भिलाई नगर निगम – गिरीश देवांगन और द्वारिकाधीश यादव।
भिलाई चरौदा नगर निगम – अटल श्रीवास्तव और विनोद चंद्राकर।
रिसाली नगर निगम – विकास उपाध्याय और सुदेश देशमुख।
बैकुंठपुर नगर पालिका – पारसनाथ राजवाड़े और अमरजीत चावला
शिवपुर चरचा नगर पालिका – शैलेष पांडेय और शाहिद खान
सारंगढ़ नगर पालिका – रामकुमार यादव और प्रेमचंद जायसी।
जामुल नगर पालिका – चंद्रशेखर शुक्ला
खैरागढ़ नगर पालिका – दलेश्वर साहू और धर्मेन्द्र यादव।

नगर पंचायतों के लिए इनका नाम
प्रेमनगर के लिए जेपी श्रीवास्तव और संदीप साहू, मारो नगर पंचायत के लिए प्रमोद दुबे को पर्यवेक्षक बनाया गया है। वहीं नरहरपुर नगर पंचायत में संतराम नेताम, कोन्टा नगर पंचायत में नीना रावतिया और भैरमगढ़ नगर पंचायत रूखमणी कर्मा को भेजा जा रहा है। भोपालपट्नम नगर पंचायत में यशवर्धन राव को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी मिली है।

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