बिलासपुर। कोरोना के दो लहर के बाद से पूरा विश्व हिल चुका है। संक्रमित हो जाने का डर हर किसी में समाया हुआ है। ऐसे में अब तीसरी लहर की आशंका में थोड़ी सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। अब तीसरी लहर में कोरोना (Corona) के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) पैर पसार रहा है। छत्तीसगढ़ में इसका असर दिखने लगा है।

हाल ही में बिलासपुर (Bilaspur) में विदेश से लौटे दंपती की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) आई है। पिछले दिनों ये दंपती यूएसई (संयुक्त अरब अमीरात) से वापस आया है। जानकारी अनुसार बिलासपुर में पिछले दो दिनों में अमेरिका, जापान, फ्रांस, बांग्लादेश, स्वीडन, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और जर्मनी से 19 लोग पहुंचे हैं।

स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में सभी लोग
शासकीय रिकार्ड के अनुसार इस तरह जिले में विदेशों से आने वाले कुल 193 लोग हो गए हैं। सभी लोग स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की निगरानी में हैं। सभी को होम क्वारैंटाइन में रहने की सलाह दी गई है। दरअसल कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग है और विदेश से पहुंचने वाले लोगों पर लगातार निगरानी की जा रही है। लोगों की पहचान कर उनका RTPCR कराया जा रहा है।

वैरिएंट को लेकर केंद्र व राज्य सरकार ने जारी किया है अलर्ट
दरअसल, कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर केंद्र व राज्य सरकार ने भी अलर्ट जारी किया है। ओमिक्रॉन के दहशत के बीच विदेश से आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ते जा रही है। दो दिन पहले गोल बाजार क्षेत्र में रहने वाले पति-पत्नी UAE से लौटे हैं। दोनों का RTPCR टेस्ट कराया गया था। शनिवार को दोनों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसकी जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम में हड़कंप मच गया। तत्काल उनका जीनोम सीक्वेंसिंग सैंपल लेकर जांच के लिए भुवनेश्वर भेजा गया है।

विदेश से लौटने वालों की RTPCR अनिवार्य
बता दें कि यहां विदेश से लौटने वालों की RTPCR अनिवार्य कर दिया गया है। अब तक विदेश से आए पांच लोगों में ओमिक्रॉन के लक्षण मिले हैं। जिनमें से तीन के सैंपल लेकर पहले ही जांच के लिए भेजा गया था, जिसमें दो की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि, दो नए मरीज के साथ ही तीन की रिपोर्ट आना बाकी है।

ओमिक्रॉन को लेकर चिंता
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि जिले में कोरोना का संक्रमण अभी तो काबू में है, लेकिन ओमिक्रॉन को लेकर चिंता कम नहीं हुई है। क्यों की यह वैरिएंट काफी तेजी से फैलता है। बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन संक्रमित एक मरीज करीब 300 लोगों को संक्रमित कर सकता है।

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