रायपुर। देश और दुनिया में खतरा बने ओमिक्रॉन को लेकर छत्तीसगढ़ में भी सतर्कता बरती जा रही है। प्रदेश में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 69 मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और अधिक सचेत हो गया है। इधर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी कर कोरोना के इस नऐ वैरिएंट के खिलाफ सचेत रहने कहा है।

सीएम बघेल ने सभी कलेक्टरों से कहा है कि जिलों कोविड की टेस्टिंग बढ़ाएं और आपात स्थिति से निपटने की सभी आवश्यक तैयारियां करें। उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग किया जाए। जिला कलेक्टर इस बात का ध्यान रखें कि आपात स्थिति से निपटने की सभी तैयारियां जिला अस्पताल में रहे इसके लिए तैयारियां पूरी करें। मुख्यमंत्री बघले ने कलेक्टरों से कहा हे कि कोविड प्रोटोकाल का पालन कड़ाई से कराया जाए और संक्रमण स्थिति पर नजर रखने स्वास्थ्य अमले को मैदानी स्तर पर तैयार रखें।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला कलेक्टरों को असमायिक वर्षा और ओलावृष्टि से फसलों को और घरों को हुए नुकसान का त्वरित आंकलन करने का भी निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि वर्षा और ओला वृष्टि से संग्रहण केन्द्रों में रखे धान को बचाने के लिए केप कव्हर लगाए जाएं तथा पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
सभी जिलों में कोविड टेस्टिंग बढ़ाई जाए।

सीएम बघेल ने 3 जनवरी से शुरू हो रहे 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के टीकाकरण को लेकर सभी तैयारियां पूरी करने कहा है। सीएम ने निर्देश दिया है कि 10 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 60 प्लस के लोगों को कोरोना का बूस्टर डोज दिया जाना है। इसकी जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे। टीकाकरण के इस अभियान का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार हो इसका ध्यान रखा जाए। सीएम बघेल ने लोगों से अपील की है कि कोविन एप पर निर्धारित तिथि पर पंजीयन जरूर कराएं। 1 जनवरी से 15 से 18 आयुवर्ग का पंजीयन शुरू हो जाएगा। यही नहीं टीकाकरण केन्द्र पर भी जाकर पंजीयन कराया जा सकता है। सीएम ने यह भी निर्देश दिया है कि ऐसे लोग जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की पहली व दूसरी डोज नहीं ली है उन्हें प्राथमिकता के साथ डोज लगाने की व्यवस्था कराई जाए।

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