रायपुर। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पुलिस परिवार के सदस्यों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया। पुलिस परिवर के कई लोग नवा रायपुर पहुंच गए। पीएचक्यू के रास्ते में बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी। इनके प्रदर्शन के कई मंत्रालय, सचिवालय और पुलिस मुख्यालय जाने वाले कई अफसरों को काफी परेशानियां का सामना करना पड़ा।

पुलिस मुख्यालय मार्ग में चक्काजाम की सूचना पर डीजीपी अशोक जुनेजा पुलिस परिवार से मिले। डीजीपी के मुकालात और उनकी बातों से प्रदर्शनकारी संतुष्ट नहीं हुए। देर शाम उन्होंने अभनपुर मार्ग में सड़क जाम कर दिया। अभनपुर सेजबहार मार्ग में जाम के चलते सैकड़ों वाहनों के पहिए थमे रहे। प्रदर्शनकारियों ने सरकार को आगामी चुनाव जीतकर दिखाने की चेतावनी दी।

पुलिस ने आधी रात महिलाओं को उठाया

चक्काजाम की सूचना पर बड़ी संख्या में पहुंची पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग कर वहां प्रदर्शनकारियों को हटाया। मौके पर प्रदर्शनकारियों ने अलाव जला रखा था। महिलाओं को वहां से हटाने के बाद रात करीब दो बजे वहां जाम खुला।

यह हैं मांग
प्रदर्शनकारी पुलिस परिवार की मांग है कि 2800 ग्रेड पे के हिसाब से सहायक आरक्षकों को वेतन दिया जाए। सभी भत्ते सातवें वेतनमान के हिसाब से दिया जाए। ड्यूटी आठ घंटे के हिसाब से तीन पालियों में की जाए। साप्ताहिक अवकाश नियमित दिया जाये बार बार बंद ना किया जाए। तृतीय श्रेणी पुलिस कर्मचारियों के मकान, शिक्षा व स्वास्थ्य की जिम्मेदारी सरकार। तृतीय श्रेणी पुलिस कर्मचारियों के संघ (यूनियन) का गठन तत्काल किया जाए। अधिकारियों के द्वारा जवानों का शोषण करना बंद किया जाए। आधुनिक युग के हिसाब से पुलिस रेग्युलेशन में तत्काल बदलाव किया जाए। 8 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके सभी जवानों को तत्काल पदोन्नत किया जाए। पुलिस विभाग के सारे पद पदोन्नति परीक्षा के माध्यम से भरे जाएं बड़े पदों पर सीधी भर्ती बंद हो। नक्सली आपराधिक मुठभेड़ या गस्त सर्चिंग के दौरान घायल जवानों को तत्काल पदोन्नति दी जाए। रिस्पांस भत्ता समस्त जिला बल सशस्त्र बल के जवानों को सामान रूप से दिया जाए क्षेत्र एवं स्थान आदि का भेद भाव न किया जाए सहित अन्य कई मांगें है।

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