रायपुर। राजधानी सहित प्रदेश में बेलगाम ट्रैफिक के चलते आए दिन सड़क हादसे हो रहे है। इन हादसों के पीछे कहीं न कहीं लोगों की लापरवाही सामने आती है। लोगों को जागरूक करने के लिए राजधानी की यातायात पुलिस ने उन स्थानों पर चौपाल लगाना शुरू किया है जहां ज्यादा हादसे होते है। यातायात पुलिस ने पिछले आठ महीनों में करीब सौ स्थानों पर चौपाल लगाई। इस दौरान लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने की सीख दी गई।

सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए यातायात पुलिस चौपाल का सहारा ले रही है। यातायात डीएसपी सतीश सिंह ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2019, 2020 एवं 2021 में पांच हजार से अधिक सड़क हादसे हुए है। जिसमें लगभग १३६० लोगों की मौत और करीब चार हजार लोग घायल हुए है। यातायात विभाग द्वारा सड़क दुर्घटना का विश्लेषण किया तो पाया कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क हादसों का औसत बराबर है।

सड़क दुर्घटना में कुल 70 प्रतिशत मृतक ग्रामीण अंचल के तथा 30 प्रतिशत मौतें हुई हैं, जो काफी बड़ा अंतर को दर्शाता है। देहात क्षेत्रों के वाहन चालकों को यातायात नियमों का ज्ञान न होना और ज्ञान होते हुए भी उन नियमों का पालन न करना, रायपुर जिले में वाहनों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि, वाहनों पर ओवरलोडिंग, दो पहिया में तीन सवारी, बिना हेलमेट के वाहन चलाना, तेज रफ्तार वाहन चलाना, शराब सेवन कर वाहन चलाना इत्यादि सड़क दुर्घटना का प्रमुख कारण है।

जिसे रोकने के लिए यातायात विभाग द्वारा राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जन जागरूकता अभियान चलाया गया था। इसी को देखते हुए यातायात पुलिस अब ग्रामीण अंचलों में चौपाल चलाने का निर्णय लिया है। यातायात पुलिस रायपुर द्वारा लगातार ग्रामीण क्षेत्रों के बड़े-बड़े गांव पर ग्राम चौपाल लगाकर नागरिकों को यातायात नियमों की जानकारी देकर यातायात नियमों को पालन करने हेतु प्रेरित करेगी।

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