Sparsh Hospital got NABH recognition, the first hospital in the district

भिलाई। चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतर कार्य व विशेष गुणवत्ता के लिए भिलाई के स्पर्श मल्टिस्पेशिलिटी अस्पताल को नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स (NABH) से मान्यता मिल गई है। अस्पताल को NABH की मान्यता मिलने का मतलब है  कि स्पर्श अस्पताल की चिकित्सा सेवांए गुणवत्तापूर्ण होने के साथ ही विश्वसनीय भी हैं। स्पर्श के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. एपी सावंत ने बताया कि NABH द्वारा मान्यता देना इस बात का प्रमाण है कि अस्पताल अपने मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं दे रहा है। उन्होंने बताया कि स्पर्श में सरकार द्वारा तय पैमानों को पूरा किया जाता है। स्पर्श अस्पताल ने 9 साल में ही क्षेत्र में विश्वसनीय सेवाएं देकर अपनी गुणवत्ता साबित की है।

उल्लेखनीय है कि नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स (NABH) अस्पतालों में मरीजों की देखभाल की गुणवत्ता और अस्पतालों के लिए गुणवत्ता में सुधार के लिए एक रूपरेखा प्रदान करता हैं। वर्ष 2005 में स्थापित की गई हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड, एक स्वतंत्र निकाय प्रशासित गुणवत्ता परिषद है। नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स योजना, सामान्य नीति, संविधान तैयार करने और QCI मानकों को नियंत्रित करने के लिए उत्तरदायी है। एनएबीएच मानक गुणवत्ता समर्थन और गुणवत्ता प्राधिकरण और गुणवत्ता विकास के लिए एक रूपरेखा देती हैं। जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के आधार पर रोगियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करती हैं।

एनएबीएच प्रत्यायन प्रक्रिया के पांच चरण
एनएबीएच प्रत्यायन प्रक्रिया पांच चरणों में होती है। पहले चरण में आवेदन जमा करना होता है। स्वास्थ्य केंद्र को प्रोत्साहित उपयोगिता फॉर्म के भीतर एनएबीएच का पालन करना होता है। दूसरे चरण में एनएबीएच चालक दल द्वारा आवेदन की समीक्षा की जाती है। तीसरे चरण में पूर्व-मूल्यांकन होता है। चौथे चरण में अंतिम मूल्यांकन होता है। इसमें पूर्व-मूल्यांकन के दौरान इंगित की गई अपरंपरागतता के लिए महत्वपूर्ण सुधारात्मक कार्रवाई करने के लिए आवेदक सेनेटोरियम अनिवार्य होता है। अंतिम और पांचवे चरण में निगरानी और पुनर्मूल्यांकन होता है। जिसके बाद एनएबीएच प्रत्यायन प्रक्रिया की मान्यता मिलती है।

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