नरहरपुर। यहां एक खाली खाली पड़े मकान की बाड़ी में बने कुएं में मंगलवार आधी रात को लगभग एक बजे भालू गिर गया। पास में धान के बोरे खाली कर रहे हमालों ने भालू के गिरने की आवाज सुनी। नजदीक जाकर देखा तो पड़ोस की बाड़ी में बने कुएं में भालू गिरा हुआ था। जिसकी सूचना उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को दी।
सूचना मिलने के बाद वन अमला रात में ही मौके पर पहुंच गया और भालू को कुएं से बाहर निकालने का प्रयास शुरू कर दिया। भालू को कुएं से बाहर निकालने के लिए कुएं में सीढ़ी डाली गई, लेकिन सीढ़ी के सहारे भालू ऊपर नहीं आ पा रहा था। सुबह रोशनी होने के बाद भालू को कुएं से बाहर निकालने के लिए चारपाई डाली गई। चारपाई पर भालू के बैठने के बाद वनकर्मियों व ग्रामीणों ने रस्सी के सहारे चारपाई को ऊपर खींचा, जिसके बाद भालू कुएं से बाहर निकल सका। कुएं से बाहर निकलने के बाद भालू जंगल की ओर चला गया।
वनपाल कमलेश दुबे ने बताया कि रात एक बजे भालू के कुएं में गिरने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद अमला मौके पर पहुंच गया था और सीढ़ी डालकर भालू को बाहर निकालने का प्रयास किया गया। लेकिन कुएं की गहराई व पानी अधिक होने और भालू के बड़े आकार के कारण सीढ़ी टूट जा रही थी। बार-बार प्रयास के बाद भी भालू के बाहर नहीं निकल पाने पर उसे ठंडे पानी से ऊपर रखने के लिए बांस की चैली बनाकर कुएं में डाला गया। जिस पर भालू रात में बैठा हुआ था। सुबह होने के बाद चारपाई डालकर वनकर्मियों व ग्रामीणों की मदद से भालू को सुरक्षित बाहर निकाला गया।