The craze of e-registration increased in the state

रायुपर। प्रदेश में बेरोजगार युवाओं को निर्माण कार्यों में रोजगार देने शुरू की ई-पंजीयन योजना का क्रेज बढ़ता जा रहा है। प्रदेश सरकार ने ब्लॉक स्तर पर  20 लाख तक के कार्य देने ई-पंजीयन प्रणाली शुरू की। इस योजना को प्रदेश में बेहतर प्रतिसाद मिल रहा है। बड़ी संख्या में युवा इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। इस योजना के तहत अभी तक प्रदेश में 4606 बेरोजगारों का पंजीयन हो चुका है। इन्हें प्रदेश सरकार द्वारा कर 193.32 करोड़ रुपए के 1636 कार्य आबंटित किए गए हैं।

सरकार की योजना का लाभ वैसे तो कई बेरोजगारों को मिला है। हम यहां बता रहें हैं रायपुर जिले के आरंग की रहने वाली नीलिमा की। नीलिमा इंजीनियरिंग के बाद भी जॉब न मिलने पर काफी परेशान रहती थी। जब उसे सरकार की इस योजना का पता चला तो उसने ई-श्रेणी पंजीयन में अपना भी  पंजीयन कराया। उन्हें गांव में सड़क बनाने का काम भी मिला। नीलिमा ने इस चुनौती को लिया और गांव में सड़क निर्माण कराया। गांव में सड़क बनी तो गांव के साथ ही नीलिमा को भी रोजगार का अवसर मिल गया।

नीलिमा साहू बताती है कि 2016 में  बीई करने के बाद वह लगातार जॉब की तलाश कर रही थी। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद उन्हें उम्मीद थीं कि कहीं न कहीं उसकी जॉब जरूर लग जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और लोक निर्माण मंत्री  ताम्रध्वज साहू ने प्रदेश के 12 वीं पास से लेकर स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुके बेरोजगार युवकों को लोक निर्माण विभाग के निर्माण कार्यों में काम देने की घोषणा की तो उसे भी काम मिलने की आस जगी। उन्होंने ई-श्रेणी पंजीयन में अपना नाम रजिस्टर कराया। आखिरकार नीलिमा को मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजना के अंतर्गत आरंग विकासखण्ड के ग्राम रसनी में 13 लाख रुपए और ग्राम नारा में लगभग 8 लाख रुपए का काम मिला। शासकीय स्कूल भवन को मुख्य मार्ग  तक जोड़ने नीलिमा ने सड़क बनवाई। अकेले नीलिमा ही नहीं बल्कि इस योजना से कई युवा आज रोजगार से जुड गए हैं।

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