रायपुर। इन दिनों क्रिप्टोकरेंसी शब्द बहुत चलन में है। आपने भी इसके बारे में कई बार सुना होगा। मगर, यह क्या होती है, इसकी खरीद बिक्री कैसे होती है और इसमें क्या फायदे व जोखिम हैं, इसके बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं होती है। लिहाजा, निवेशकों की इन जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए रायपुर के अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती में दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान चार्टर्ड एकाउंटेंट पुष्कर जैन और निवेशक प्रतीक अग्रवाल ने वाणिज्य और प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी को जोखिम और लाभ के संयोजन के रूप में वर्णित किया। उन्होंने कहा कि इसलिए भारत सरकार द्वारा इसे नियमों के दायरे में लाना बेहद जरूरी है। भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्रिप्टोकरेंसी का प्रभाव विषय पर यह संगोष्ठी आयोजित की गई थी।

पुष्कर जैन ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी आज के बाजार का एक नया आयाम है। इसके तहत कंप्यूटर में बने ब्लॉकचेन के माध्यम से निवेश किया जाता है। खरीद-बिक्री के आधार पर इसका मूल्य बढ़ता-घटता रहता है। उन्होंने कहा कि शेयर बाजार जैसी क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के लिए उच्च जोखिम लेने की क्षमता के कारण त्वरित लाभ कमाने का एक नया मंच है। इसके दाम बढ़ने पर जहां बड़ा फायदा होता है, वहीं दाम गिरने पर नुकसान भी बड़ा ही होता है। लिहाजा, निवेशकों को सतर्कता के साथ अपना धन इसमें निवेश करना चाहिए।

वहीं, निवेशक प्रतीक अग्रवाल ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल कैश सिस्टम है, जिसे कंप्यूटर एल्गोरिदम पर बनाया गया है। यह केवल अंकीय रूप में ऑनलाइन रहता है। इस पर किसी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। लिहाजा, इसमें जोखिम का तत्व ज्यादा शामिल होता है। जैसे लोग सोने, जीवन बीमा पॉलिसियों, म्यूचुअल फंड, शेयरों या भूमि में अपने धन को निवेश करते हैं, वैसे ही अब डिजिटल मुद्रा जैसे बिटकॉइन या एथेरियम में क्रिप्टोकरेंसी के रूप में निवेश करते हैं। हालांकि, इसमें जोखिम बड़ा होने के बावजूद फायदा भी बड़ा होता है और यह निवेश का नया जरिया बनकर उभरा है।

कॉलेज के निदेशक डॉ. वीके अग्रवाल ने इस संगोष्ठी में आमंत्रित वक्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि वक्ताओं ने क्रिप्टोकरेंसी पर बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी। प्राचार्य डॉ. युलेंद्र कुमार राजपूत ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कॉमर्स के छात्रों के लिए आज के समय में क्रिप्टोकरेंसी को जानना बेहद जरूरी है। इस लिहाज से यह आयोजन काफी फायदेमंद रहा। वाणिज्य विभाग के प्रमुख प्रो. अमित अग्रवाल ने भी वक्ताओं द्वारा दी गई जानकारी को सभी के लिए संक्षिप्त और समसामयिक बताया। प्रबंधन संकाय विभाग की प्रमुख डॉ. शोभा अग्रवाल ने शुरुआत में विषय का परिचय दिया। वहीं, प्रोफेसर प्रो. अभिषेक अग्रवाल ने अंत में सभी वक्ताओं के विचारों को संक्षेप में प्रस्तुत किया।

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