Vaccination

सीना डेस्क। देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच 60+ के बुजुर्गों को बूस्टर डोज देने का ऐलान कर दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को 15 से 18 साल के किशोरों के लिए टीकाकरण करने के साथ ही हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज देने की बात कही। इस दौरान पीएम मोदी ने 60+ के बुजुर्गों को भी बूस्टर डोज देने का ऐलान किया था। लेकिन यह बात सामने नहीं आई थी कि 60+ के बुजुर्गों के लिए किस तरह के दिशा निर्देश होंगे।

इस सबंध में अब जानकारी सामने आ रही है। इसे लेकर भारत सरका के COWIN प्लेटफॉर्म (कोविन) के प्रमुख और नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (एनएचए) के सीईओ डॉक्टर आरएस शर्मा ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। उन्होंने जानकारी दी है कि कोरोना को बूस्टर डोज 60 साल उम्र पार कर चुके उन बुजुर्गों को दिया जाएगा जिन्हें पहले से कोई गंभीर बीमारी नहीं है। इसके लिए उन्हें बाकायदा प्रमाण पत्र दिखाना होगा। टीकाकरण की शेष सभी प्रक्रियाएं पहले जैसी ही होंगी।

ऐसे बुजुर्ग जो  दो डोज  लगवा चुके हैं वे सर्टिफिकेट दिखा कर तीसरी डोज लगवा सकते हैं। यह सर्टिफिकेट किसी रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर (चिकित्सक) द्वारा सत्यापित होना चाहिए। इस सर्टिफिकेट को सीधे कोविन ऐप पर अपलोड़ किया जा सकता है या फिर नजदीकी टीकाकरण केन्द्र में प्रस्तुत किया जा सकता है। 60 साल से ऊपर के जिन लोगों को प्रीकॉशन डोज दी जानी है, उन्हें अलग अलग वर्गीकृत किया गया है। इनमें डायबिटीज, किडनी से जुड़ी बीमारी, हृदय रोग, स्टेमसेल ट्रांसप्लांट कराने वाले, कैंसर, सिरोसिस, सिकल सेल से पीड़ित, एसिड अटैक के शिकार लोग, दिव्यांग, अपंगता वाले, सांस की बीमारी से पीडित लोगों को शामिल किया गया है। बूस्टर डोज लेने वालों को सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।

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