Omicorn threat: Help desks will be set up at all the three airports

रायपुर। राजधानी के अंतरराष्ट्रीय विमानतल से आना-जाना करने वाले हवाई यात्रियों की संख्या पिछले एक सप्ताह में आधी हो गई है। 10 से 16 जनवरी तक राजधानी से करीब 17 हजार 797 यात्रियों ने हवाई यात्रा की। जबकि पिछले सप्ताह 3 से 9 जनवरी तक इन हवाई यात्रियों की संख्या 31 हजार 750 के करीब थी। हवाई यात्रियों की आवाजाही में लगातार तीसरे सप्ताह 24 फीसद की गिरावट दर्ज की गई।
विमानन अधिकारियों के अनुसार कोरोना संक्रमण फैलने से पहले रायपुर एयरपोर्ट से प्रतिदिन औसत 7 हजार यात्री सफर कर रहे थे, लेकिन अब इनकी संख्या घटकर महज 2 हजार रह गई है। कोरोना के तीसरे चरण के बीच जनवरी के पहले सप्ताह में रायपुर से 14 हजार 246 यात्रियों ने उड़ान भरी। वहीं 17 हजार 504 यात्रियों ने दूसरे राज्यों से रायपुर में लैंड किया। जनवरी के दूसरे सप्ताह में यह संख्या और कम हो गई। दूसरे सप्ताह में रायपुर से करीब 8 हजार 247 यात्रियों ने उड़ान भरी वहीं 9 हजार 550 लोगों ने दूसरे राज्यों से रायपुर के लिए सफर किया।
कोरोना के चलते कम होते यात्रियों की संख्या को देखते हुए विमानन कंपनियों ने उड़ानों की संख्या भी घटा दी है। जनवरी के पहले सप्ताह में 3 से 9 जनवरी के बीच रायपुर के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से करीब 364 विमानों का संचालन किया गया। वहीं दूसरे सप्ताह में 10 से 16 जनवरी के बीच उड़ानों को घटाकर 276 कर दिया गया। यानी उड़ानों की संख्या में करीब 24 फीसद की गिरावट आई।
एयरपोर्ट में कोरोना जांच और आरटीपीसीआर (RTPCR) रिपोर्ट अनिवार्य होने की वजह से भी यात्रियों की संख्या कम हो गई है। गाइडलाइन के अनुसार बाहर से आने वाले ऐसे व्यक्ति जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है, उनके लिए भी उड़ान से 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर (RTPCR) अनिवार्य है। वहीं कई पड़ोसी राज्यों में संक्रमण तेजी से बढ़ा हुआ है, इस कारण बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी विमान यात्रा को रद्द कर दिया है।

टाली जाएंगी नई उड़ानें भी
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और हवाई यात्रियों की कम होती संख्या को देखते हुए जल्द ही शुरू होने वाली नई फ्लाइटें भी टल सकती है। रायपुर के ट्रैवल्स कारोबारियों ने कहा कि वाराणसी और जयपुर के लिए फ्लाइट शुरू करने विमानन कंपनियों को पत्र लिखा गया था। अभी तक इन क्षेत्रों के लिए कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई थी। अब यह माना जा रहा है कि नई फ्लाइटें आगे के लिए टाल दी जाएंगी।