दुर्ग। शहरी सुविधाएं अब ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच गई हैं। जिले के ग्राम पंचायत पतोरा को अब सक्सन मशीन की सुविधा मिल गई है। अब पतोरा के साथ ही आसपास के गांवों में सेप्टिक टैंक भर जाने पर ग्राम पंचायत से सक्सन वाहन की सुविधा ले सकते हैं। इसके साथ ही  ग्राम पंचायत पतोरा पहला ऐसा ग्राम पंचायत बन गया है, जिसके पास स्वयं का सक्शन वाहन उपलब्ध है। सोमवार को जिला पंचायत दुर्ग की अध्यक्ष शालिनी यादव व सीईओ अश्विनी देवांगन हरी झण्डी दिखाकर इसे सक्सन वाहन को पतोरा के लिए रवाना किया।

बता दें कि राज्य स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के मिशन संचालक सत्यनारायण राठौर द्वारा कुछ माह पूर्व ग्राम पंचायत पतोरा का भ्रमण किया गया था। भ्रमण के दौरान जिला अधिकारियों एवं ग्राम पंचायत पतोरा के सरपंच द्वारा पतोरा में बने एफएसटीपी प्लांट के लिये सक्शन मशीन युक्त वाहन की मांग की गई थी। इसे पूर्ण करते हुए मिशन संचालक द्वारा आईसीआईसीआई बैंक फाउण्डेशन के सहयोग से एक ट्रेक्टर युके साथ सक्शन मशीन ग्राम पतोरा के लिए दुर्ग जिले को दिया गया।

निगम क्षेत्र में उपलब्ध वाहनों की पहुंच ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं हो पाती है। ग्राम के पास स्वयं का वाहन होने पर सभी ग्राम पंचायतों में सेप्टिक टैंक खाली कराने की सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित हो पाया है। सक्सन मशीन की क्षमता 4000 लीटर की है। सक्शन मशीन के द्वारा ग्राम पंचायत पतोरा के साथ-साथ आस-पास के सभी ग्रामों के सेप्टिक टेंक के मलजल को प्लांट तक लाया जाएगा। जिससे ग्रामीणों को काफी लाभ पहुंचेगा। इससे स्वच्छता सर्वेक्षण में भी लाभ होगा। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में बने सेप्टिंग टैंक की क्षमता कम होने से अधिकतम पांच वर्षों में इसे खाली करना होता है। इस लिहाज से ग्राम पंचायत पतोरा के लिए यह सक्सन मशीन काफी उपयोगी साबित होगी। सक्सन मशीन को ग्राम पंचायत पतौरा को सौंपे जाने के अवसर पर परियोजना अधिकारी, जिला पंचायत दुर्ग केके तिवारी, जिला समन्वयक गिरीश माथुरे, जिला सलाहकार राजेश ताण्डेकर, जिला समन्वयक विशाल कटरे आदि उपस्थित रहे।

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