The effect of the flagship scheme of the government was visible

रायपुर। राज्य के किसान भाईयों ने अभी तक 7 लाख 32 हजार 886 क्विंटल पैरा का दान गौठान में गौमाता के चारे के लिए किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गौठानों में गौमाता के चारे की व्यवस्था के लिए पैरा-दान करने वाले राज्य के किसान भाईयों को बधाई और शुभकामनाएं दी है।

मुख्यमंत्री ने आज अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के तहत राशि अंतरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी भी किसान भाईयों की खेतों में पैरा रखा है। उन्होंने कृषि उत्पादन आयुक्त डा. कमलप्रीत सिंह तथा गोधन न्याय योजना के राज्य नोडल अधिकारी डा. एस. भारतीदासन से पैरा एकत्रीकरण के संबंध में विशेष रूप से ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबंध में सभी जिलों के कलेक्टरों से इस काम को पूरा कराए की बात कही।

यहां यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने राज्य के किसान भाईयों से बीते दिनों गौठानों को पैरादान करने और खेतों में पराली न जलाने की अपील की थी। उन्होंने किसानों के नाम जारी अपील में कहा था कि पशुधन के लिए गौठानों में सूखे चारे का पर्याप्त प्रबंध हो सके, इसके लिए धान की कटाई के बाद खेतों में पैरा को जलाने की बजाय अपने गांव की गौठान समिति को पैरा-दान करें। इससे गोधन के लिए चारे का इंतजाम करने में समितियों को आसानी होगी।

राज्य के 2201 गौठान हुए स्वावलंबी

राज्य में निर्मित एवं सक्रिय रूप से संचालित 7889 गौठानों में से 2201 गौठान स्वावलंबी हो गए हैं। स्वावलंबी गौठान गोबर खरीदी से लेकर वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण के लिए स्वयं के पास उपलब्ध राशि का उपयोग करने लगे हैं। रायगढ़ जिले में सर्वाधिक 249 गौठान स्वावलंबी हुए है। दूसरे नंबर महासमुंद एवं कोरबा जिले में 170-170 गौठान तथा तीसरे क्रम पर कबीरधाम जिले में 141 गौठान स्वावलंबी हुए है।

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