बीजापुर। छत्तीसगढ़ में माओवादी संगठन टूटने लगा है। इसके तहत फिर एक घटना सामने आई है। प्लाटून कमांडर कमलू पुनेम और मिलिशिया की सदस्य मांगी हाल ही में शादी करने वाले थे। ऐसा कर वे जीवन की मुख्यधारा से जुड़ना चाहते थे। इससे पहले ही उनके ही साथियों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया।

बता दें कि जंगल की खाक छानते थक चुके माओवादी जीवन की मुख्यधारा की ओर आना चाहते हैं। पर माओवादी संगठन को चलाने वाले इसके लिए अपने साथियों को इजाजत नहीं देता। इसका ताजा उदाहरण सामने आया है। इस कारण वे माओवादी कैंप से भागे सथियों की इच्छा पूरी नहीं होने दी और बीच में ही उनका जीवन छीन लिया।

पुलिस के अनुसार पुलिस सहित बटालियनों के जवानों का जंगल में दबाव बढ़ता जा रहा है। इसे देखकर माओवादियों में खीझ बढ़ती जा रही है। उनमें लगातार हताशा की स्थिति पैदा हो रही है। इसी के तहत छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों के दो अलग-अलग हमलों में अपने ही तीन साथियों की हत्या कर दी।

नक्सली कैंप से भाग गए थे माओवादी प्रेमी जोड़े
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि गंगालूर थाना क्षेत्र में हुई इन हत्याओं में एक नक्सली प्रेमी जोड़े की हत्या की गई है, जो शादी करने वाले थे और इसी के चलते वे नक्सली कैंप से भाग गए थे। वहीं एक अन्य वारदात में नक्सलियों ने अपने साथी को मौत के घाट उतार दिया। इससे पहले वे गांव में जन अदालत लगाया था, जहां उन्होंने अपने ही साथियों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया।

घटना की जानकारी जुटाई जा रही हैः आईजी
गंगालूर इलाके में हुई इन हत्याओं के मामले में पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। जानकारी जुटाई जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि प्लाटून कमांडर कमलू पुनेम और मिलिशिया की सदस्य मांगी हाल ही में शादी करने वाले थे। इस कारण वे माओवादी कैंप से भी भाग निकले थे।

नक्सलियों में खीझ
नक्सलियों में संगठन को टूटता देखकर खीझ है, इसलिए वे दोनों की खोजबीन की और पकड़कर एक जन अदालत लगाकर दोनों को बेरहमी से मार दिया। पुलिस ने बताया कि कमलू पुनेम 11 नक्सल वारदातों में शामिल था, वहीं मांगी भी तीन मामलों में नामजद थी। वहीं एक और मामले में तीसरे व्यक्ति के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

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