रायपुर। प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच वैक्सीनेशन भी तेजी से चल रहा है। इस बीच, अब प्रिकॉशन डोज लगाने की तैयारी भी शुरू हो गई है। इसके लिए रायपुर जिले में कल यानी सोमवार से हेल्थ, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 साल से अधिक उम्र के ऐसे लोग जिनको पहले से कोई गंभीर बीमारी जैसे हार्ट, शुगर, बीपी, हाइपरटेंशन, किडनी, लीवर, एचआईवी, टीबी आदि जैसे रोग हैं उनको प्रिकॉशन डोज लगाए जाएंगे।

कलेक्टर सौरभ कुमार के अनुसार सभी टीकाकरण केंद्रों, अस्पतालों में हेल्थ केयर वर्करों, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को टीके लगाए जाएंगे। इसके अलावा रायपुर जिले के 34 सरकारी दफ्तरों में भी प्रिकॉशन डोज लगाए जाएंगे। प्रिकॉशन डोज की श्रेणी में आने वाले लोगों को दूसरा डोज के 9 माह बाद टीके लगाए जाने की पात्रता रखी गई है।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक रायपुर जिले में 37 हजार से अधिक हेल्थ वर्कर हैं। वहीं फ्रंट लाइन वर्करों की संख्या 34 हजार से अधिक है। 60 प्लस एज ग्रुप में कोमॉर्बिटी वालों की तादाद करीब 50 हजार से अधिक आंकी गई है। जिले में पिछले साल 16 जनवरी को हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्करों के साथ टीका लगाने की शुरुआत हुई थी। जानकारों के मुताबिक लंबी अवधि के बाद टीके से मिली एंटीबॉडी की क्षमता में कमी आ जाती है, लिहाजा बूस्टर यानी प्रिकॉशन डोज लगाए जाते हैं।

एम्स में महिलाओं-बच्चों के लिए अलग वार्ड
कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए अलग ओटी, वेंटिलेटर की व्यवस्था की जाएगी। रायपुर सांसद सुनील सोनी ने इसके निर्देश दिए हैं। एम्स के डायरेक्टर डॉ. नितिन एम. नागरकर ने बताया कि वर्तमान में 100 बिस्तर उपलब्ध हैं। फिलहाल 27 मरीज भर्ती हैं। इनमें से अधिकांश को आईसीयू सपोर्ट की आवश्यकता पड़ रही है। दूसरी लहर की तरह अभी से एम्स में चिकित्सकों और नर्सिंग स्टॉफ की तैयारियां पूरी हैं। आवश्यकता पड़ी तो एम्स में कोविड रोगियों के लिए बिस्तरों की संख्या को बढ़ा कर 500 तक किया जा सकता है। एम्स में पूर्व से ही आईसीयू बेड और ऑक्सीजन पर्याप्त संख्या में है।

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