रायपुर। प्रदेश के कवर्धा जिले में बंदरों का काफी आतंक है। मैकल पर्वत की पहाड़ी से लगे कवर्धा में बड़ी संख्या में बंदर शहर में देखे जाते है। बस्ती में बंदरों की धमाचौकड़ी से परेशान होकर एक शिकारी ने बंदरों का शिकार करने की सोची। बंदरों को मारने के लिए अपने भरमार बंदूक से बंदर पर गोली चलाई। फायर की आवाज सुन बंदर को कूदकर भाग गया। लेकिन शिकारी द्वारा चलाई गई बंदूक के छर्रे सामने की दीवार से टकराकर वापस लौटी और शिकार के सीने में जा लगी। गोली लगने से वह घायल हो गया। जिसे डायल 112 की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
मिली जानकारी के अनुसार कवर्धा जिले के दामापुर पुलिस चौकी के ग्राम प्राणखैरा निवासी परमेश्वर पारधी ने उत्पाती बंदरों को मारने के लिए भरमार बंदूक छर्रे भरकर फायर किया। फायर की आवाज सुनकर बंदर ने लंबी छलांग मारी और वहां से फरार हो गया। उधर सामने दीवार से गोली टकराकर सीधे शिकारी परमेश्वर को लगी। सीने पर गोली लगने से वह घायल होकर तड़पने लगा। आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया गया।

शिकारी खुद यहां शिकार हो गया
बंदरों का शिकार करने गया शिकारी खुद अपनी ही चलाई गोली से घायल होकर अस्पताल पहुंच गया। जहां उसका इलाज जारी है। उधर प्राणखैरा गांव के लोग अब उसकी जान की खैर मना रहे हैं। परमेश्वर पारधी अस्पताल पर पड़े – पड़े अपनी करनी पर पछता रहा है। फिलहाल अस्पताल में उसका इलाज जारी है। कवर्धा थाने की पुलिस ने उस पर अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया है। 

कवर्धा जिले में बंदरों की भरमार
मैकल पर्वत श्रृंखला की तराई में बसे कवर्धा जिले में अन्य वन्य जीवों के साथ काफी संख्या में बंदर है। नेशनल हाइवे में जबलपुर जाने के दौरान बड़ी संख्या में बंदर देखे जा सकते है। जंगलों के कटने के कारण बंदरों का आंतक अब शहर की ओर बढ़ने लगा है।  खाने पीने की तलाश मे बंदर शहर की ओऱ रूख करते है।