रायपुर। रूस व यूक्रेन के बीच बढ़तें तनाव के बीच यूक्रेन में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा भारतीयों को यूक्रेन से निकालने की कवायद कर दी है। इस बीच छत्तीसगढ़ सरकार ने यूक्रेन में रह रहे छत्तीसगढ़ के लोगों की जानकारी लेने के लिए अधिकारी नियुक्त करते हुए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।

छत्तीसगढ़ सरकार ने संपर्क अधिकारी गणेश मिश्र यूक्रेन से संबंधित मुद्दों के लिए नोडल अधिकारी बनाया है। गणेश मिश्र नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन से अपने कार्यों को संचालित करेंगे। यूक्रेन में रहने वाले छत्तीसगढ़ के निवासियों के सबंध में उनसे दूरभाष: 01146156000 तथा मो बाइल नंबर 9997060999 पर संपर्क किया जा सकता है। वहीं  01146156030 पर दस्तावेज फैक्स किया जा सकता है।

यूक्रेन में भारत के 20 हजार से ज्यादा लोग

उल्लेखनीय है कि यूक्रेन में 20 हजार से ज्यादा भारतीय नागरिक रह रहे हैं। यहां नौकरी करने के साथ ही पढ़ाई भी कर रहे हैं। जब से रूस व यूक्रेन के बीच युद्ध का मसला गहरा रहा है तब से भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। इस बीच भारत ने यूक्रेन व आसपास के क्षेत्रों में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए निकासी अभियान शुरू कर दिया है।

एयर इंडिया की फ्लाइट रवाना

मंगलवार सुबह एयर इंडिया का विशेष विमान यूक्रेन रवाना कर दिया गया है। भारत ने इस विशेष अभियान के लिए 200 से ज्यादा सीटों वाले ड्रीमलाइनर बी-787 विमान को तैनात किया है। इसके अलावा भारत की ओर से फरवरी में दो और उड़ानों का संचालन किया जाएगा। दूसरी फ्लाइट 24 फरवरी तो तीसरी 26 फरवरी को यूक्रेन के लिए उड़ान भरेगी।

अतिरिक्त उड़ानों को भी मंजूरी

यूक्रेन में जारी तनाव को देखते हुए भारत ने अतिरिक्त उड़ानों को संचालित करने का फैसला किया है। मिली जानकारी के मुताबिक कीव से दिल्ली के लिए चार उड़ानें 25 फरवरी, 27 फरवरी और 6 मार्च को संचालित होंगी। इनमें से 27 फरवरी को दो उड़ाने संचालित होंगी।

भारतीय नागरिकों की सुरक्षा जरूरी

इससे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आपात बैठक में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा था कि रूसी संघ के साथ यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गहरी चिंता का विषय है। इस दौरान उन्होंने कहा था कि 20,000 से अधिक भारतीय छात्र और नागरिक यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में रह रहे हैं। भारतीयों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।