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रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य संविदा विद्युत कर्मचारी संघ नियमितिकरण के मुद्दे को लेकर भरी गर्मी में प्रदर्शन कर रहे हैं। वे अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन में डटे हुए हैं। 22वें दिन धरना स्थल रायपुर में विद्युत संविदा कर्मी लगातार पॉवर कम्पनी की कुनीति का विरोध कर रहे हैं।

आंदोलन के 22वें दिन विद्युत संविदा कर्मियों ने मुख्यमंत्री एवं पॉवर कम्पनी प्रबंधन से करनाथ कर जमीन में लोटकर गुहार लगाई कि संविदा कर्मियों की वेदना को समझ कर सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करें। कहा काम करते हुए हम अधर में लटके हुए हैं। कोई दुर्घटना हो जाए तो परिवार की कोई सुरक्षा की गारंटी नहीं है।

संविदा विद्युत कर्मियों के मंच पर भीम आर्मी के साथ प्रदेशाध्यक्ष राजकुमार जांगड़े भी समर्थन में पहुंचे। उन्होंने विद्युत संविदा कर्मियों के मांगों को संवैधानिक बताते हुए आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने आगे कहा कि संविधान ने हमें अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने का अधिकार दिया है। हम साथ लड़ेंगे साथ जीतेंगे।

कर्मियों की दो सूत्रीय मांग
1. संविदा कर्मियों को रिक्त पदों पर नियमित करें। 2. विद्युत दुर्घटनाओं में शहीद संविदा कर्मियों के परिवार को अनुकम्पा नियुक्ति दिया जाए।

लाइन परिचारक संविदा कर्मियों को 2 वर्ष में नियमित करते रहे हैं
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कम्पनी में लाइन परिचारक संविदा कर्मियों को दो साल के संविदा/परिवीक्षा अवधि पूर्ण करने पर नियमित करते रहे हैं, किन्तु राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण विद्युत संविदा कर्मियों का नियमितीकरण नहीं हो रहा है। संविदा कर्मी 2 वर्ष में नियमित हो जाने की उम्मीद से अपनी जान जोखिम में डाल कर काम करने के लिए इस विभाग में आ जाते हैं।

प्रदर्शनकारियों ने कहा किंतु आएदिन उनके साथ विद्युत दुर्घटनाएं हो जाती है जिसमें सैकड़ों लोगों के अंग भंग हो गए हैं। 25 से अधिक संविदा कर्मियों का निधन हो गया है। इसलिए विद्युत संविदा कर्मी अपने नियमितीकरण और अनुकम्पा नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। इस कारण संविदा कर्मी शासन तक अपनी बातों को पहुंचाना चाहते हैं, लेकिन हमारा कोई सुनने वाला नहीं है, दूसरी ओर विद्युत संविदा कर्मियों की जान बारी-बारी से जा रही है।