कोरिया। छत्तीसगढ़ में मीटर रीडिंग और स्पॉट बिलिंग में अब महिलाएं भी हाथ आजमा रही हैं। इसकी शुरुआत कोरिया जिले से हो चुकी है। जिले की भारती ने मीटर रीडिंग और स्पॉट बिलिंग के क्षेत्र में भी महिलाओं के लिए रोजगार का दरवाजा खोल दिया है। अब तक पुरूषों के ही वर्चस्व वाले इस क्षेत्र में वह कोरिया जिले की पहली महिला है जो यह काम कर रही है।

बता दें छत्तीसगढ़ में मीटर रीडिंग और स्पॉट बिलिंग के काम में अब तक अधिकांशतः पुरूषों को ही देखा गया है। पर इस परिपाटी से अलग अब कोरिया जिले की महिलाएं मीटर रीडिंग और स्पॉट बिलिंग के काम में भी अपना कौशल आजमा रही हैं। यहां मीटर रीडिंग और स्पॉट बिलिंग करने वाली भारती बिजली दिदी के नाम से मशहूर हो रही है।

एक माह से कर रही भारती स्पॉट बिलिंग का काम
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के अंतर्गत मनेन्द्रगढ़ विकासखंड के बड़काबहरा में गठित जय लक्ष्मी महिला स्वसहायता समूह की सदस्य भारती विगत मार्च महीने से यह काम कर रही है। भारती अब तक करीब 700 घरों में बिजली के मीटर की रीडिंग कर स्पॉट बिलिंग कर चुकी है। अपने काम के शुरूआती मार्च महीने में ही उसने प्रथम बैच में 218 और दूसरे बैच में 200 बिल तैयार किए हैं। इस माह अब तक 270 घरों में मीटर रीडिंग और स्पॉट बिलिंग कर लोगों को बिजली बिल उपलब्ध करा चुकी है।

अलग-अलग गांव की पांच महिलाओं का चयन
कोरिया जिला प्रशासन की पहल पर मीटर रीडर की जरूरत वाले गांवों में ‘बिहान’ की स्वसहायता समूहों की महिलाओं को इस काम से जोड़ा जा रहा है। मनेन्द्रगढ़ विकासखंड में अलग-अलग गांव की पांच महिलाओं का चयन इसके लिए किया गया है। बड़काबहरा की भारती भी इन्हीं महिलाओं में शामिल है। सीएसईबी से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अब वह अपने नए कार्यक्षेत्र में उतर चुकी है। उसे देखकर अन्य महिलाएं भी प्रेरित हो रही हैं। मीटर रीडर्स को ग्रामीण क्षेत्रों में सात रूपए प्रति रीडिंग और शहरी इलाकों में पांच रूपए प्रति रीडिंग की दर से भुगतान किया जाता है।