सीआईएनए, बिलासपुर। यहां के सेंट्रल जेल में बंदी की मौत के बवाल शुरू हो गया है। परिजनो ने बंदी की पीट-पीट कर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। वहीं जेल प्रबंधन इसे गलत बता रहा है। महज चार दिन पहले ही युवक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था और 16 मई को उसे गंभीर हालत में सिम्स में भर्ती कराया गया। बुधवार रात को उसकी मौत हो गई।

बता दें बिलासपुर सेंट्रल जेल में तीन दिन पहले बंदी छोटेलाल यादव की भी मौत हो गई थी। अभी इस मौत मसला सुलझा भी नहीं और एक और मौत ने जेल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। तीन दिन पुराने मामले में भी उसके परिजन हत्या का आरोप लगा चुके हैं।

बता दें कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम सेंदरी निवासी विदेशी राम केवट को रेलवे पुलिस ने चोरी के आरोप में 14 मई को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसका मूल निवास जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा स्थित बोकरामुड़ा चारपारा है जहां उसकी पत्नी व बच्चों के साथ रहता था। कुछ समय पहले ही वह बिलासपुर आकर मजदूरी करने लगा था। जेल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने पर 16 मई को उसे सिम्स में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान बुधवार की रात को उसकी मौत हो गई।

पीट-पीट कर की गई हत्या
इस घटना के बाद मृतक बंदी के भाई मानूराम केवट ने कहा कि उसके भाई के साथ मारपीट की गई थी। जेल में उसकी पीट-पीटकर हत्या की गई है। उसने मांग की है कि जो भी उसके भाई की हत्या का दोषी है उसे सजा मिलनी चाहिए। इधर इस मामले में जेल अधीक्षक एसके तिग्गा का कहना है कि बंदी जब जेल पहुंचा था तो उसे पहले से कुत्ते काट रखा था। उसने इसकी जानकारी दी तो उसका इलाज कराया जा रहा था। 16 मई को उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे सिम्स रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।