रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर रविवार का यहां बीटीआई मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय श्रमिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने श्रम दिवस को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों से बोरे बासी खाने की अपील की और लोगों ने इसका समर्थन करते हुए इसे विदेशों तक पहुंचा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक छत्तीसगढ़ी व्यंजन की इस तरह की प्रसिद्धि से गर्व महसूस कर रहे हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री बघेल ने श्रम विभाग की अलग अलग योजनाओं के हितग्राहियों से मुलाकात की एवं उन्हें सामग्री वितरित की। इस दौरान मुख्यमंत्री श्रमिकों के बच्चों के साथ खेलते हुए भी नजर आए, एक बच्ची को मुख्यमंत्री ने गोद में उठाकर प्यार किया तो वहीं एक अन्य  बच्ची को उन्होंने अपने हथेली पर खड़ा कर उसे दुलार दिया। इस अवसर पर श्रम विभाग की योजनाओं की जानकारी देने वाली पत्रिका का विमोचन मुख्यमंत्री एवं उपस्थित अतिथियों द्वारा किया गया।

मुख्यमंत्री बघेल ने मंच से संबोधित करते हुए प्रदेश के सभी श्रमवीरों को श्रम दिवस की बधाई देते हुए  नई घोषणाएं भी कीं। मुख्यमंत्री बघेल ने बुजुर्ग मजदूरों के लिए श्रमिक सियान सहायता योजना में एकमुश्त 10 हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने महिला स्वावलंबियों को आगे बढ़ाने के लिए  ई रिक्शा में अब 50 हजार की जगह 1 लाख रुपए का अनुदान देने की घोषणा ने की है।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ये नोनी सशक्तीकरण योजना में 18 वर्ष की आयु सीमा में 3 वर्ष की वृद्धि करते हुए अब योजना का लाभ 21 वर्ष तक की बालिकाओं को देने की घोषणा की है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नोनी सशक्तिकरण योजना ,ननिहाल छात्रवृत्ति योजना ,मेधावी छात्रवृत्ति योजना, भगिनी प्रसूति सहायता योजना, मुख्यमंत्री ई-रिक्शा योजना सहित अन्य योजनाओं के हितग्राहियों को चेक भी वितरण किया।

कार्यक्रम के दौरान श्रम मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ने कहा कि श्रमिकों के बिना निर्माण कार्य संभव नहीं है। उन्होंने श्रमिकों को राज्य के विकास का आधार स्तंभ बताया। कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ भवन संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल, श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष सफी अहमद ने भी संबोधित किया। इस मौके पर उद्योग मंत्री कवासी लखमा, विधायक रेख चंद जैन, विकास उपाध्याय, कुलदीप जुनेजा सहित विभिन्न जिलों से आए श्रमिक उपस्थित थे।