सीआईएनए, बिलासपुर। यहां पुलिस ने गांजा नष्ट करने का नया तरीका खोज निकाला है। बिलासपुर पुलिस ने विभिन्न प्रकरणों मे जब्त 12 टन गांजा यहां के एक पावर प्लांट में जला दिया। इससे गांजा भी नष्ट हो गया और बिजली बनाने में भी मदद मिली। ऐसा पहली बार हुआ है कि पुलिस ने जब्त किया गया जलाने के लिए पॉवर प्लांट का इस्तेमाल किया हो।

मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर रेंज में जब्त किए गए गांजे व अन्य नशीली पदार्थों को शुक्रवार को नष्ट किया गया। आईजी रतनलाल डांगी के निर्देश पर चार सदस्यीय हाई पावर ड्रग डिस्पोजल कमेटी का गठन किया गया है। शुक्रवार को रेंज के अंतर्गत सभी थानों में जब्त गांजा सहित अन्य नशीली वस्तुओं को नष्ट किया गया। गांजा नष्ट करने के लिए पुलिस ने मोहतराई स्थित सुधा बायोमास पावर प्राइवेट लिमिटेड के भट्‌टी का इस्तेमाल किया गया।

बायोमास पावर प्लांट में एक घंटे तक गांजा, कोल मटेरियल, भूसे के साथ प्लांट में जलता रहा, जिससे पांच मेगावॉट बिजली उत्पादन भी हो गया। आईजी रतन लाल डांगी ने बताया कि इससे पहले गांजे को फर्नेस ऑयल फैक्ट्री में जलाकर नष्ट कर दिया जाता था। इस बार गांजा को नष्ट करने के साथ ही बिजली उत्पादन के काम में लाया गया।

आईजी डांगी के अनुसार पॉवर प्लांट के प्रबंधक एसवी राजू ने बताया कि यहां कोयले के साथ भूसे का उपयोग कर बिजली उत्पादन किया जाता है। प्रति घंटे 10 मेगावाट बिजली बनता है। शुक्रवार को पुलिस विभाग द्वारा नष्ट करने के लिए लाए गए गांजे को कोयले के साथ मिलाकर जलाया गया। लगभग एक घंटें में 10 मेगावॉट बिजली बनी। इसमें गांजे से पांच मेगावॉट बिजली बनाया गया।  उन्होंने बताया कि यहां बनाई जा रही बिजली सीएसईबी को भेजा जाता है।

नशीली दवाओं को भी किया गया नष्ट
गांजे के साथ ही शुक्रवार को नशीली दवाओं को भी नष्ट किया गया। इस दौरान 8 हजार 380 टेबलेट, 11 हजार 220 कफ सिरप, 897 कैप्सूल व 222 इंजेक्शन का भी नष्टीकरण किया गया। इस दौरान कमेटी के अध्यक्ष IG रतनलाल डांगी, बिलासपुर SP पारुल माथुर, कोरबा SP भोजराज पटेल, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी तोरन सिंह मौजूद रहे।