तीरंदाज डेस्क। राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू के पैत्रिक गांव में बिजली पहुचांने ओडिशा सरकार जुट गई है। द्रौपदी मुर्मू ने जिस गांव में जन्म लिया उस गांव में अब तक बिजली नहीं थी। अब ओड़िशा सरकार ने यहां बिजली पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी है। हम बात कर रहे हैं ओडिशा के मयूरभंज जिला स्थत डूंगरशाही गांव की।

इस गांव में स्वतंत्रता के इतने साल बाद भी बिजली नहीं पहुंची है। द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के बाद सरकार बिजली पहुंचाने के काम में लग गए हैं। बता दें ओडिशा के मयूरभंज जिले के ऊपरबेडा गांव में दो टोले बड़ाशाही और डूंगरीशाही हैं। बड़ाशाही में तो बिजली है लेकिन राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू की जन्मस्थली डूंगरशाही में अब तक बिजली नहीं पहुंच पाई थी। NDA की और से राष्ट्रपति उम्मीदवार मुर्मू के बनने के बाद जब गांव में हलचल बढ़ी तो सरकार ने यहां बिजली पुहंचाने का काम शुरू कर दिया है।

बिजली का पोल लगाने गड्‌ढा करते कर्मचारी

अब तक लालटेन के सहारे थे लोग
डूंगरशाही के ग्रामीण अब अपने घरों को केरोसिन का तेल लालटेन में डालकर जीवन व्यतीत कर रहे थे। यहाँ तक कि मोबाइल चार्ज करने भी इन्हें 1 किलोमीटर दूर जाना पड़ता था। अब जाकर सभी ग्रामीणों के मन में उम्मीदे जगी है कि मुर्मू के राष्ट्रपति बन जाने के बाद इन्हें अपने समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

गर्व के साथ, ग्रामीणों में गुस्सा भी
बताया जा रहा है कि अपने गांव की बेटी के राष्ट्रपति पद उम्मीदवार बनने पे पुरे गांव में ख़ुशी है। और पुरे गांव को मुर्मू पे गर्व भी है। लेकिन इसके बावजूद ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने मुर्मू से उसके राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से पहले ही बिजली की समस्या का उल्लेख किया था। परन्तु अब तक बिजली की समस्या दूर नहीं हो पाई थी। अब जाकर ग्रामीणों के मन में संतोष है कि उनके घरों में बिजली पहुँच पाएगी।

उसी गांव में है द्रौपदी मुर्मू का परिवार
द्रौपदी मुर्मू के छोटे भाई तारनीसेन टूडू ने बताया कि उनका परिवार पहले बड़ाशाही में रहता था। जहां बिजली है वहां से डूंगरीशाही गांव 1 किलोमीटर की दुरी पर है। जहां बिजली अब तक नहीं पहुंच पाई है। यहां बड़े भाई भगत चरण का बेटा बिरांची नारायण टुडू अपने परिवार के साथ डूंगुरीशाही में रहता है। और बिजली की समस्या का सामना पुरे ग्रामीणों के साथ वह भी कर रहा है।