सीआईएनए, कांकेर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अवपने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान शुक्रवार को कांकेर जिले के भनुप्रतापपुर विधानसभा के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने यहां दुर्गुकोंदल गांव में लोगों की समस्याएं जानी। इस दौरान बचपन से दिव्यांग बहनें प्रियंका दुग्गा व प्रीति दुग्गा की समस्या भी सीएम के सामने आई तो उन्होंने तत्काल अधिकारियों को इनका इलाज बेहतर तरीके से कराने का निर्देश दिया।

शुक्रवार को दुर्गुकोंदल भेंट मुलाक़ात कार्यक्रम की समाप्ति पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लोगों से आवेदन लेने स्वयं उनके बीच पहुंचे। इस दौरान उनकी नज़र भीड़ में दिव्यांग बेटी प्रियंका दुग्गा पर पड़ी। मुख्यमंत्री ने तुरन्त प्रियंका और उसकी बहन प्रीति को सामने बुलवाया और उनकी समस्या सुनी। प्रियंका ने बताया कि वो और उसकी छोटी बहन प्रीति दोनों बचपन से दिव्यांग हैं, दोनों के हाथ और पैर में दिव्यांगता है।

प्रीति को बोलने में भी परेशानी होती है। उनकी माता का बहुत पहले ही देहांत हो चुका है। दोनों बहनों के पिता राजकुमार दुग्गा भी दिव्यांग हैं और वे लकड़ी बेच कर परिवार का भरण पोषण करते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिटिया प्रीति व प्रियंका की व्यथा सुन तुरन्त कलेक्टर के दोनों बहनों के बेहतर से बेहतर इलाज के लिए हर सम्भव कदम उठाने के निर्देश दिये।

 

भेंट-मुलाकात के दौरान सीएम बघेल से मिली स्कूली छात्राएं

इधर छात्रा की मांग पर हाईस्कूल के लिए भवन निर्माण की घोषणा
भेंट-मुलाकात के दौरान शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला मेड़ो की छात्रा वंदना दीवान ने भेंट-मुलाकात में मुख्यमंत्री को बताया कि भवन नहीं होने के कारण स्कूल की छात्र-छात्राओं को पढ़ाई-लिखाई में बहुत परेशानी हो रही है। मेड़ो में वर्ष 2013 से हाईस्कूल का संचालन हो रहा है। लेकिन इसके लिए भवन नहीं बन पाया है। उसने मुख्यमंत्री से अपने स्कूल के लिए भवन बनाने की मांग की।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छात्रा की मांग पर आधा घंटा के भीतर ही शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मेड़ो के लिए नया भवन बनाने की घोषणा कर दी। दुर्गूकोंदल में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में ही मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा कर छात्रा की मांग तत्काल पूरी की। भेंट-मुलाकात के बाद मेड़ो स्कूल की छात्राओं ने मुख्यमंत्री को गुलदस्ता भेंटकर उनके प्रति आभार व्यक्त किया।