सीआईएनए, रायपुर। जांजगीर-चांपा जिले के पिहरीद गांव में सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन कर राहुल को बोर से सुरक्षित निकाल लिया गया। इस पूरे ऑपरेशन के दौरान अंतिम समय में बोर वेल के भीतर जाकर राहुल को सुरक्षित बाहर निकालने वाले अजरूल की चर्चा हो रही है। गुरुवार को सीएम भूपेश बघेल ने अपने आवास पा आयोजित कार्यक्रम के दौरान अजरूल से पूछा कि तुम्हे डर नहीं लगा।

सीएम बघेल के सवाल का जवाब देते हुए अजरूल ने कहा कि उस समय उनके जेहन में केवल एक ही बात थी कि राहुल को बचाया जाए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अजरूल के साहस की तारीफ की और राज्योत्सव के दिन दोबारा सम्मानित करने की घोषणा की। यही नहीं उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी को राज्योत्सव में दोबारा सम्मानित करने की बात कही है।

अंतिम समय में बोरवेल में उतरा था अजरूल
राहुल को निकालने में प्रशासन का पूरा अमला लगा हुआ था। 104 घंटे के इस रेस्क्यू अभियान को अंतिम परिणाम तक पहुंचाने में अजरूल हक की महत्वपूर्ण भूमिका थी। अजरूल रायपुर स्मार्ट सिटी में सीवरेज सिस्टम में काम करता है। जब रेस्क्यू टीम ने खुदाई पूर्ण कर टनल बना दिया और राहुल के करीब पहुंच गए तब राहुल को बाहर निकालने का जिम्मा अजरूल हक को दिया गया। अजरूल को सेफ्टी बेल्ट पहनाकर मुंह के बल नीचे उतारा गया।

नीचे गड्‌ढे में लेटा था राहुल
सीएम बघेल के सामने अजरूल ने बताया कि जब वह नीचे उतरा तो देखा कि राहुल गड्ढे में लेटा हुआ है। तब मैने राहुल को उठाया और उसे सेफ्टी बेल्ट पहनाया और उसे बाहर निकाल लाया। जब गड्ढे में उतरा तो उस समय जेहन में एक ही बात थी कि भले ही मेरी जान चली जाए पर बच्चे की जान बच जाए। इस दौरान डरा नहीं और पूरी हिम्मत से काम किया और राहुल को बाहर ले आया।