बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत बिलासपुर में कटनी रूट पर बीती रात एक गुड्स ट्रेन डीरेल हो गई। इसके कारण डाउन ट्रैक रात भर बाधित रहा। सूचना मिलने के बाद आनन फानन में डीआरएम सहित रेलवे के बड़े अफसर मौके पर पहुंचे। मौके पर तकनीकी टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। काफी मशक्कत के बाद ट्रैक से डिरेल बोगी को हटाया जा सका। इसके बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ।

मिली जानकारी के अनुसार यह घटना शुक्रवार रात 7:30 बजे से 8 बजे के बीच की बताई जा रही है। बिलासपुर कटनी रूट पर जैतहारी से बिलासपुर की ओर खाली बोगियां लेकर गुड्स ट्रेन आ रही थी। उसलापुर स्टेशन से आगे तिफरा ओवरब्रिज के नीचे ट्रेन की एक बोगी अचानक डिरेल हो गई। जैसे लोको पायलट को इसकी जानकारी हुई उसने तुरंत ट्रेन को रोका।

जब जांच की गई तो पता चला कि ब्रेकयान से 22 वें नंबर का वैगन पटरी से उतर गया। इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे अफसरों ने जांच की तो पता चला कि एक मवेशी माल गाड़ी की चपेट में आ गया था। और वह काफी दूर तक पहिए में फंसा रहा। संभवत: वैगन के डिरेल होने का कारण इसे माना जा रहा है। लेकिन यहां यह बात भी सामने आ रही है कि मवेशी के पहिए में फंसने से डिरेले होने की संभावना कम रहती है। डिरेल जांच की जा रही है।

डाउन लाइन बंद करना पड़ा
गुड्स ट्रेन के डिरेल होने के कारण डाउन लाइन को पूरी तरह बंद करना पड़ा। अधिकारियों के निर्देश के बाद वैगन को ट्रैक पर लाने का काम शुरू किया गया। देर रात का काम चलता रहा। वैगन के चार पहिए पटरी से उतर गए थे। डिरेल हुई वैगन को अलग किया गया। इसके बाद लगभग पांच घंटे का समय वैगन को पटरी में लाने में लगा। इसके बाद फिर से डाउन लाइन में ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ। इस बीच यात्री ट्रेनें प्रभावित हुई। 12 दिन पहले 5 जून को जामुल एसीसी फैक्ट्री से सीमेंट लेकर निकली गूड्स के तीन वैगन पटरी से उतर गए थे।