सीआईएनए, रायपुर। राजधानी रायपुर में बड़ा मामला सामने आया है। सरकार के एक बड़े विभाग के अफसरों को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के नाम पर ठगने का प्रयास किया गया। स्वास्थ्य मंत्री की डीपी लगे वाट्सएप नंबर पर इन अधिकारियों के पास मैसेज आया। अधिकारियों ने सूझबूझ से काम लिया तो पता चला कि यह मैसेज फर्जी है। इसके बाद मामले में सिविल लाईन्स थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।

वाट्सएप चैट

मिली जानकारी के अनुसार यह मैसेज छत्तीसगढ़ के वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों के पास आए। बताया जा रहा है कि जिन नंबरों से वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों को वाट्सऐप मैसेज भेजा गया उनमें स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की डीपी लगी हुई थी। इस दौरान कुछ देर तो अफसर वाट्सएप के माध्यम से चैटिंग करते रहे इसके बाद दूसरी ओर से अमेजॉन गिफ्ट कार्ड का ऑफर देने लगे।

स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव की डीपी वाले नंबरों से अमेजॉन गिफ्ट कार्ड के नाम पर वसूली की कोशिश की गई तो अफसरों का शक हुआ। अफसरों ने स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया और तो पता चला उक्त नंबर मंत्री जी के नहीं हैं। बात स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंच गई। इसके बाद इन मामले में सिविल लाइन्स थाने में एफआईआर दर्ज की गई। सिविल लाइन्स थाने में अज्ञात के खिलाफ धारा 417, 419, 420 व 469 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।

इन अफसरों के पास पहुंचे मैसेज
बताया जा रहा है कि मंत्री के नाम पर मैसेज वाणिज्य कर विभाग के उपायुक्त हेमंत सिन्हा, वाणिज्य कर उपायुक्त तरुण किरण, राज्य कर अधिकारी नरेश हुर्रा के पास पहुंचे। इस मामले में सिविल लाइंस पुलिस व साइबर सेल आरोपियों की तलाश में जुट गई है।