सीआईएनए, चेन्नई। अरूर के रहने वाले वेट्रीवाल ने जो कारनामा किया है, उसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। उन्होंने 10 रुपए के सिक्कों को जोड़कर छह लाख रुपए जमा किए और उनसे वह कार लेने पहुंच गए। यह जानकर कार का डीलर भी हैरान रह गया। मगर, जब उन्होंने वेट्रीवाल के संकल्प और दृढ़ निश्चय को देखा, तो कार खरीदने के लिए हामी भर दी। 

वेट्रीवाल ने बताया कि लोग 10 रुपए का सिक्का लेना पसंद नहीं करते हैं। उन्होंने बताया कि उसकी मां दुकान चलाती हैं। कई ग्राहकों ने 10 रुपए का सिक्का लेने से इनकार कर दिया, जिससे उनके घर पर सिक्कों का ढेर जमा हो गया था। उन्होंने कहा कि घर में बच्चे 10 सिक्कों से खेल रहे थे। इसलिए उसने इन सिक्कों से कार खरीदने का मन बना लिया।

वेट्रीवल ने एक महीने इन सिक्कों को जमा किया और जब यह 6 लाख रुपए हो गए, तो वह कार खरीदने के लिए पहुंच गए। जब उसने सिक्कों के साथ कार खरीदने की इच्छा जताई तो पहले तो डीलर भी झिझका। मगर, बाद में वेट्रिवेल के संकल्प को देखकर वह इस सौदे को करने के लिए तैयार हो गए।

वेट्रीवाल ने कहा- मेरी मां घर में दुकान चलाती हैं। इन सिक्कों को कोई नहीं लेता था। बैंक भी लेने को तैयार नहीं था। बैंक का तर्क था कि इसे गिनने में कई लोगों को लगेगा। जब आरबीआई उन्हें अमूल्य घोषित नहीं करता है, तो बैंक उन्हें लेने से क्या परहेज कर रहा है? इसकी शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।