बिलासपुर। रेलवे के नॉन इंटरलॉकिंग के दौरान रेलवे का एक बड़ा अधिकारी हादसे का शिकार हो गया। घटना गुरुवार शाम की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि जब मेंटेनेंस का काम चल रहा था तभी अलग अलग ट्रैक प माल गाड़ी व मेमू आ गई थी। कर्मचारी साइड हो गए और अधिकारी बीच में फंस गया। ट्रेनें गुजरने के बाद कर्मचारियों से खून से लथपथ अधिकारो को देखा और अस्पताल पहुंचाया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

मिली जानकारी के अनुसरर बिलासपुर-कटनी रेलमार्ग पर अनूपपुर व शहडोल के बीच तीसरी रेल लाइन के लिए नॉन इंटरलॉकिंग का काम चल रहा है। गुरुवार को अमलाई आरआरआई केबिन के करीब काम के दौरान एक पटरी पर मालगाड़ी और दूसरी पटरी पर कटनी-बिलासपुर मेमू पहुंची। ट्रेन का आते देख सभी अफसर, कर्मचारी और मजदूर रेलवे लाइन के किनारे व कुछ ट्रैक के बीच खाली जगह पर खड़े हो गए।

दोनों ट्रेनें गुजरी तो देखा कि ARM योगेंद्र सिंह भाटी रेलवे ट्रैक के किनारे खून से लथपथ घायल पड़े थे। उन्हें धनपुरी सेंट्रल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत बता दिया। योगेंद्र सिंह भाटी बैकुंठपुर में क्षेत्रीय रेल प्रबंधक पर कार्यरत थे। ARM भाटी अचानक कब और कैसे ट्रेन की चपेट में आए, इसकी किसी को भनक तक नहीं लगी। संभवत : वे ट्रेन से टकरा गए थे और इस वजह से घायल हो गए।

हादसे की होगी जांच जांच
इधर घटना की सूचना के बाद बिलासपुर से रेलवे के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। शुक्रवार को अफसरों की मौजूदगी में एआरए भाटी के शव का पोस्टमार्टम किया गया। मंडल रेल प्रबंधक आलोक सहाय बताया कि इस घटना की जांच की जाएगी। बता दें एआरएम भाटी की पत्नी भी रेलवे में अफसर है। हाल ही में इनकी शादी हुई थी। एआरएम योगेन्द्र भाटी की मौत पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दु:ख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर दिवंगत अफसर को श्रद्धांजलि दी।