सीआईएनए, बिलासपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान के लिए आज दिनांक 4 जुलाई से बिलासपुर संभाग में कार्यक्रम का आग़ाज़ कर रहे हैं। बिलासपुर संभाग में भेंट-मुलाक़ात की शुरुआत के लिए सीएम बघेल ने सबसे पहले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही ज़िले को चुना है। गौरतलब है कि सीएम बघेल ने नए ज़िलों में सबसे पहले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही ज़िला का गठन किया था। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री आज मरवाही विधानसभा के दौरे पर हैं। मरवाही पहुँचने पर मुख्यमंत्री का स्थानीय जनप्रतिनिधियों व आम जनता ने गमछा व चरखे से काते गए सुत धागा को पहनाकर आत्मीय स्वागत किया।

माता नागेश्वरी देवी का किया दर्शन
मरवाही पहुंचते ही सबसे पहले सीएम माता नागेश्वरी देवी मंदिर पहुँचे और उन्होंने पारंपरिक विधि-विधान से देवी माँ की पूजा-अर्चना की। मुख्यमंत्री ने माता नागेश्वरी देवी से छत्तीसगढ़वासियों के सुख, समृद्धि एवं ख़ुशहाली के लिए प्राथना की। स्थानीय लोगों के मुताबिक़ यहां नागेश्वरी देवी की प्रतिमा स्वयंभू प्रकट हुई हैं। वहीं पुरातात्विक दृष्टि से लगभग 10वीं शताब्दी की बतायी जाती हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने देवी माँ के दर्शन व पूजन-अर्चन के बाद मंदिर परिसर में कदम्ब, नीम और पीपल का पौधा रोपा और उस पर पानी सींचते हुए हरियाली व पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रेषित किया।

आदिवासी नेता स्व. डॉ. भँवर सिंह पोर्ते की प्रतिमा का किया अनावरण
मुख्यमंत्री बघेल ने मरवाही के महाविद्यालय परिसर में स्थापित आदिवासी नेता स्व. डॉ. भँवर सिंह पोर्ते की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। और डॉ. पोर्ते के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद करते हुए कहा कि डॉ. पोर्ते ने आदिवासियों के उत्थान एवं आदिवासियों के कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। आज उनके प्रतिमा का अनावरण करना मेरे लिये सौभाग्य की बात है। हमें डॉ. पोर्ते का जीवन प्रेरणा देता है।