रायपुर। कोरोनावायरस के बाद अब देश में मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ रहा है। इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य ने अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। नई गाइडलाइन के अनुसार स्किन की बीमारी वाले मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री ली जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि स्किन की बीमारी वाले मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री पर ज्यादा फोकस रहेगा। इस संबंध में डॉक्टरों को कहा गया है कि स्किन डिपार्टमेंट या मेडिसिन में स्किन से संबंधित कोई मरीज आता है। शरीर में दाने-दाने जैसा निकला, चेचक की तरह है तो उसकी ट्रेवल हिस्ट्री ली जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार यदि वह मरीज विदेश से लौटा है और मामला गंभीर दिखे तो फिर इसकी सूचना दें। ताकि इनके सैंपल पूणे भेजे जा सके। पिछले दिनों दिल्ली में मंकीपॉक्स का एक मरीज मिला। इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने 75 देशों में फैल चुके मंकीपॉक्स को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा की।

जानकारी के अनुसार यदि इस प्रकार का कोई भी केस मिलता है तो उसकी संपर्क सूची तैयार की जाए। लक्षण वाले मरीजों को आइसोलेशन में रखने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिलों को ऐसे रोगियों के सैंपल संग्रह करने के निर्देश भी दिए गए हैं। सैंपल संग्रह करने के बाद सैंपल को एपेक्स लैब चेन्नई भेजा जाएगा।

ये हो सकते हैं लक्षण
मंकीपॉक्स के प्रारंभिक लक्षणों में बुखार के साथ सिरदर्द, कमजोरी, जैसे लक्षण होते हैं। यह एक प्रकार का वायरस है जो बीमारी वाले व्यक्ति के संपर्क में आने हो सकता है। इस बीमारी के संक्रमित व्यक्ति में चेहरे, हथेलियों व पैरों के तलवे में चकत्ते नजर आने लगते हैं। जिनका असर दो से चार सप्ताह रह सकता है।