नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े वाहन निर्माताओं में से एक टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने अपनी पैसेंजर व्हीकल्स की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है। वैरिएंट्स और मॉडल के आधार पर सभी  रेंज में 0.55 प्रतिशत की औसत कीमत बढ़ोतरी होगी। वाहन निर्माता ने कीमत बढ़ोतरी के लिए बढ़ी हुई लागत का हवाला दिया है। भारतीय बाजारों में अन्य ऑटोमोटिव ब्रांडों ने भी इसी तरह के कारणों का हवाला देते हुए अपने वाहनों की कीमतें बढ़ाई थी। साथ ही यह पहली बार नहीं है जब टाटा मोटर्स इस साल अपनी कारों की कीमत में इजाफा कर रही है।

भारतीय वाहन निर्माता ने इस साल अप्रैल में मॉडल और वैरिएंट के आधार पर अपने मॉडलों की कीमतों में औसतन 1.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। भारतीय बाजार में टाटा के कारों की कीमतों में बढ़ोतरी 23 अप्रैल, 2022 से  प्रभावी हो गई थी। और इसके तीन महीनों के बाद एक बार फिर से दाम बढ़ गए हैं। इसी तरह, कंपनी ने जनवरी 2022 में वर्जन और मॉडल के आधार पर 0.9 प्रतिशत की औसत बढ़ोतरी के साथ कीमतों में इजाफा का एलान किया था। भारतीय वाहन निर्माता ने उस समय कीमत बढ़ोतरी के लिए एक जैसा कारण बताए थे।

टोयोटा और स्कोडा जैसे अन्य ब्रांडों ने भी बढ़ती लागत का हवाला देते हुए कुछ मॉडलों की कीमतों में बढ़ोतरी की है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि ऑटो उद्योग को सप्लाई चेन में व्यवधान के साथ-साथ सेमिकंडक्टर चिप की गंभीर कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी वजह से वाहनों के निर्माण के लिए इनपुट लागत में बढ़ोतरी हुई है। बढ़ी हुई इनपुट लागत न सिर्फ भारतीय कार बाजार को प्रभावित कर रही है, बल्कि दोपहिया बाजार भी इसका खामियाजा भुगत रहा है। हाल ही में हीरो मोटोकॉर्प ने इसी वजह से अपने मॉडल्स की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की थी।