सीआईएनए, उदयपुर। मोहम्मद रियाज अख्तरी ने नौ साल पहले अपनी बाइक के लिए ‘2611’ नंबर हासिल करने के लिए 1,000 रुपए का भुगतान किया था। मंगलवार को राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल के हत्यारे ने यही नंबर आखिर क्यों चुना। मामले से जुड़े जानकार बताते हैं कि यह संभवतः 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले की तारीख से जुड़ा हुआ है। 

मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले को आमतौर पर 26/11 के रूप में जाना जाता है। इस हमले में समुद्री रास्ते से मुंबई पहुंचे 10 पाकिस्तानी आतंकियों ने 166 लोगों की हत्या की थी। रियाज और गौस मोहम्मद ने कन्हैया की हत्या के बाद भागने के लिए जिस बाइक का इस्तेमाल किया था, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर 2611 ही था। 

पुलिस ने पुष्टि की कि जिस बाइक से वे भागे थे उसका नंबर आरजे 27 एएस 2611 था। उन्हें राजसमंद के भीम गांव के पास पकड़ा गया। दोनों ने कन्हैया की हत्या की वजह बताते हुए कहा था कि उसने नूपुर शर्मा का समर्थन किया था, जिसने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान दिया था। 

लिहाजा, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जांच कर रही है कि क्या रियाज और गौस बड़े अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी नेटवर्क का हिस्सा थे। यदि ऐसा नहीं है, तो क्या वे “बिना किसी बाहरी समर्थन वाले” स्थानीय कट्टरपंथी आतंकवादी गिरोह से जुड़े थे। 

उदयपुर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रभु लाल बामनिया ने बताया कि 2611 नंबर के लिए वाहन मालिक से डिमांड ड्राफ्ट के जरिये 1,000 रुपए लिए गए थे। बाइक का रजिस्ट्रेशन 15 मार्च 2013 को किया गया था। घटनाक्रम से जुड़े एक शख्स ने बताया कि रियाज एक वॉट्सऐप ग्रुप चला रहा है, जिसमें वह भड़काऊ सामग्री पोस्ट कर रहा था। ये बातें उसके कट्टरपंथी मानसिकता को दर्शाती है। हत्या के बाद उन्होंने जो वीडियो पोस्ट किया और जिस सामग्री के बारे में उन्होंने बात की, वह नफरत से भरी हुई थी और उनकी कट्टरपंथी मानसिकता को दर्शाती है।