SUKMA . छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हिंसा का रास्ता छोड़कर 7 नक्सलियों ने पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने सरेंडर कर दिया। जिससे माओवादी संगठन को फिर झटका लगा है। यह सरेंडर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान पूना नर्कोम (नई सुबह-नई शुरुआत) से प्रभावित होकर किया गया। नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में सीआरपीएफ के 219वीं बटालियन के अफसरों के सामने माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। एर्राबोर थाना क्षेत्र की कई बड़ी घटनाओं में सरेंडर करने वाले नक्सली शामिल रहे हैं। पूछताछ में माओवादी संगठन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस को मिली है।

पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि नीरज कुमार टूआईसी 219 सीआरपीएफ, एएसपी नक्सल ऑपरेशन किरण चव्हाण, प्रदीप कुमार सिंघा सहायक कमांडेंट के सामने सुकमा जिले में सक्रिय 7 माओवादियों ने सरेंडर कर दिया। जिनके नाम मड़कम मासा, मड़कम बंडी, मड़कम नंदा, सोड़ी जोगा, माड़वी हिरमा, मड़कम भीमा और लंछिंदर शामिल हैं। सभी माओवादी भेज्जी थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। यह सभी डीएकेएमएस और मिलिशिया संगठन से जुड़े हुए थे। एर्राबोर थाना क्षेत्र में फोर्स को नुकसान पहुंचाने सहित कई घटनाओं में सरेंडर करने वाले माओवादी शामिल रहे हैं।

एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों को राज्य शासन के पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा। शर्मा ने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सरकार द्वारा खोले जा रहे कैंपों की वजह से नक्सली बैकफुट पर हैं। पुलिस का शिकंजा लगातार माओवादी संगठन पर कसता जा रहा है। नई सुबह-नई शुरुआत अभियान को जिले में लगातार सफलता मिल रही है। पुलिस के दबाव में आकार नक्सली या तो सरेंडर कर रहे हैं या फिर पुलिस मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं।