BHILAI . माइलस्टोन अकादमी की ओर से बच्चों की कला प्रतिभा को सामने लाने और मंच प्रदान करने के लिए प्रतियोगिता कराई गई। इस चित्रकला स्पर्धा में कक्षा छठवीं से नवमी तक के बच्चों ने रंगों और कूची के संयोजन से कैनवास पर आकारों और शेड्स व लकीरों से कलाकारी का ऐसा बेजोड़ नमूना प्रस्तुत किया कि टीचर्स और डायरेक्टर मैडम ने कहा कि माइलस्टोन की यह प्रतियोगिता बच्चों की कलाकारी में मील का पत्थर साबित होगी।

 

प्रतियोगिता का आयोजन माइलस्टोन अकादमी के आर्ट क्लब की ओर से कराया गया। बीते 14 अक्टूबर को अकादमी के डी क्लब की इस स्पर्धा में कक्षा छठवीं से कक्षा नवमी तक के बच्चों को अवसर प्रदान किया गया। इतना ही नहीं, सबसे पहले तो सभी विद्यार्थियों को चित्रकला के विभिन्न पक्षों, कला की बारीकियों आदि के बारे में भी बताया गया, ताकि उन्हें प्रतियोगिता ही नहीं, बल्कि भविष्य में भी चित्रकला को लेकर एक दिशा मिले। इसके बाद प्रतियोगिता शुरू कराई गई। बच्चों ने भी मिले प्रशिक्षण और शिक्षकों के मार्गदर्शन में चित्र तैयार करना शुरू किया। इसके अंतर्गत उन्होंने रंगों, आकारों, विभिन्न प्रकार के रंगों के शेड्स, लकीरों को संयोजित करते हुए कैनवास पर चित्र उकेरना शुरू किया। जब सभी बच्चों ने नियत समय में चित्र तैयार कर लिया तो परखने के लिए शिक्षकों की ही एक जूरी बनाई गई थी, जिन्होंने कला की बारीकियों, रंगों के संयोजन आदि के आधार पर बारी-बारी से सभी चित्रों को परखा और फिर उन्हीं के आधार पर अंक प्रदान किया गया, ताकि विजेताओं के रूप में बच्चों का चयन किया जा सके।

कलाकारी में भविष्य उज्जवल
प्रतियोगिता का सफल आयोजन होने के बाद स्कूल की डायरेक्टर डाॅ. ममता शुक्ला और एकेडमिक डायरेक्टर शुभम शुक्ला ने आर्ट क्लब के पदाधिकारियों और बच्चों की प्रतिभा की तारीफ की। साथ ही कहा कि बच्चों ने जिस तरह से सीमित तैयारियों के बीच अपनी कलाकारी दिखाई और जैसे चित्र बनाए हैं यह तारीफ के काबिल है। यदि इसी तरह अनवरत प्रयास जारी रहे तो उन्हें बड़ा कलाकार बनने से कोई नहीं रोक सकता। इसके साथ ही उन्होंने कॅरियर के रूप में भी इसमें संभावनाओं पर अपनी बात रखी।