CINA NEWS DESK। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चलते गुरुवार को क्रूड आयल की कीमत 6.28 डॉलर बढ़कर 102.80 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है। सितंबर 2014 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि विश्व में कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई है। इसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है और देश में पेट्रोल और डीजल के दाम में 10 रुपए तक की बढ़ोतरी हो सकती है।

यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने वाला रूस दुनिया में तेल का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक और प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा उत्पादक है। ऐसे में रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने के बावजूद ऊर्जा जरूरतों के लिए उसे दूसरे देशों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इस संघर्ष की वजह से पूरी दुनिया के शेयर बाजार भी लगातार गिरने लगे हैं।
उधर, फिलहाल इस संघर्ष का हल होता नहीं दिख रहा है।

रूस ने खुले शब्दों में पूरी दुनिया को चेतावनी दे दी है कि जो कोई भी यूक्रेन और रूस के बीच में जारी विवाद में हस्तक्षेप करेगा, उसे गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। अमेरिका और ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ कुछ आर्थिक और व्यापारिक प्रतिबंध लगाए हैं, जिन्हें रूस ने दो कौड़ी का करार दिया है।

दीपावली के बाद देश में तेल के दाम स्थिर
गौरतलब है कि दीपावली के बाद से देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। फिलहाल देश में पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। इसकी वजह से भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की गई है। मगर, चुनाव के बाद इसमें भारी बढ़ोतरी की जा सकती है। इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा और अप्रत्यक्ष असर घर की रसोई पर पड़ेगा।