रायगढ़। सुरक्षा को लेकर तहसीलदारों का सप्ताहभर से चल रहा आंदोलन स्थगित कर दिया गया है। वहीं मारपीट करने वाले आरोपियों पर भी कार्रवाई की गई है। उसके बाद संघ ने आंदोलन खत्म करने का निर्णय लिया। इससे राजस्व कार्यालयों में अब काम-काज सुचारू रूप से चलेंगे।

मामले में संघ के अध्यक्ष कृष्ण कुमार लहरे ने बताया कि सुरक्षा संबंधी शासन के निर्णय व आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग पूरी हो गई है। हालांकि कुछ मांगें अभी अधर में है। उनके कहना है कि दो मांग पर तत्काल पहल की गई है। संघ का कहना है यदि सभी मांग पूरी नहीं होती तो फिर से हड़ताल करने पर हमें मजबूर होना पड़ेगा।

संघ का कहना है आम लोगों को कार्यालयों में परेशानियां हो रही है। जनहित को ध्यान में रखते हुए अभी हड़ताल स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। इस मामले में विवाद के अनुसार रायगढ़ में किसी बात को लेकर नायब तहसीलदार से मारपीट हुई थी। अभद्र व्यवहार को लेकर नाराजगी बढ़ गई थी, जिसे लेकर प्रदेशभर के तहसीलदार और उनके अधीनस्थ कर्मचारी काम बंद हड़ताल पर थे।

मांग और जनता की परेशानियों को देखते प्रशासन ने सुरक्षा संबंधित निर्णय लिया।उसके बाद तहसीलदार और उनके अधीनस्थ कर्मचारियों ने हड़ताल स्थगित कर दिया है। बता दें कि गुरुवार को राजस्व विभाग के अवर सचिव विजय कुमार चौधरी ने राज्य के सभी जिलों के कलेक्टरों को पत्र लिख कर राजस्व न्यायालयों में सुरक्षा उपलब्ध करवाने के निर्देश जारी किए थे। उसके बाद संघ ने भी हड़ताल छोड़ जनता को राहत देने अपने निर्णय वापस लिया।

अपनी सुरक्षा को लेकर मांग पर अड़े राजस्व न्यायालयों में कामकाज लगभग ठप्प है। मुख्यमंत्री के पंजाब दौरे से वापस आने के बाद अवर सचिव राजस्व एवम आपदा प्रबंधन की ओर से सभी कलेक्टर को पत्र लिखकर राजसव न्यायालयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने कहा है।

गत शुक्रवार को रायगढ़ के तहसील कार्यालय में वकीलों और राजस्व विभाग के कर्मचारियों के बीच मारपीट की घटना हुई थी, इसके बाद जिला और प्रदेश के सभी कर्मचारियों ने हड़ताल कर दिया था। इसके बाद आरोपी वकीलों की गिरफ्तारी होने के बाद बाकी कर्मचारी हड़ताल से वापस चले गए, लेकिन राजस्व के कनिष्ठ प्रशासनिक संघ के सदस्य धरने पर रहे।