रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र के लिए पहली बार विधायकों से ऑनलाइन सवाल मंगाए गए थे। इस प्रयास की सफलता है कि 1682 सवालों में से 1499 ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं। इससे समय के साथ ही कागज की भी बचत हुई है। खर्च भी बचा है।

इन प्रश्नों का ऑनलाइन मुद्रण आईटीआई खड़कपुर से कराया गया है। इससे 2.26 टन कागज प्रतिवर्ष के हिसाब से बचत हुई है। इस तरह 98 पेड़ प्रतिवर्ष कटने से बचेंगे, साथ ही पानी की बचत हुई है। कहा जाए ऑनलाइन आवेदन मंगाने की पहल से हर तरह से लाभ हुआ है। इससे पर्यावरण संरक्षण में भी बड़ा सहयोग मिला है।

विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत ने बजट सत्र को लेकर विधानसभा परिषर में शनिवार को प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट 7 मार्च से शुरू होने जा रहा है। सत्र के दौरान 13 बैठकें होंगी। प्रेस वार्ता के दौरान विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने दैनंदिनी नाम की एक डायरी का विमोचन किया।

अध्यक्ष ने बताया कि 7 तारीख को राज्यपाल का अभिभाषण सुबह 11 बजे होगा। 9 मार्च को छत्तीसगढ़ का बजट पेश होगा। इसके बाद बजट पर चर्चा शुरू होगी।

डॉ. महंत ने बताया कि तृतीय अनुपूरक अनुमान के लिए 7 मार्च का समय है, जिसके लिए 1 दिन का समय 8 मार्च रखा गया है। वहीं बजट सत्र के लिए प्रश्नों की संख्या 1682 है, जिनमें से 854 तारांकित प्रश्न और 828 अतारांकित प्रश्न हैं। ध्यानाकर्षण की 114 सूचनाएं, स्थगन की 10 सूचनाएं और शून्यकाल की 16 सूचनाएं हैं। इसके साथ शासन की तरफ से छत्तीसगढ़ वनाधिकृत नियमितीकरण संशोधन प्रस्ताव रखा जाएगा।

विधायकों ने सरकार से 1682 सवाल पूछे हैं
छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र सात मार्च से शुरू हो रहा है। यह सत्र हर साल की अपेक्षा छोटा होगा। इसमें केवल 13 बैठकें प्रस्तावित है। लेकिन इन्हीं 13 दिनों के लिए विधायकों की ओर से सरकार पर सवालों की बारिश हुई है। विधायकों ने एक हजार 682 सवाल लगाए हैं। इन सवालों का केवल लिखित उत्तर विभागीय मंत्री की ओर से मिलेगा। इसपर पूरक प्रश्न नहीं पूछे जा सकते।