रायचूर। कर्नाटक के रायचूर इलाके में दूषित पानी पीने से तीन लोगों की मौत हो गई। 60 से ज्यादा लोग बीमार हैं, जिनमें से अस्पताल में भर्ती तीन लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मामले की प्रारंभिक जांच के बाद एक कनिष्ठ अभियंता को निलंबित कर दिया गया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि कनिष्ठ अभियंता को निलंबित कर वरिष्ठ अधिकारियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि सारा दोष कनिष्ठ अभियंता पर डाल कर व्यवस्था इस मामले में दोषी वरिष्ठ अधिकारियों को बचा रही है।
जानकारी के अनुसार, सीएम के आदेश के बाद क्षेत्र के सभी वार्डों से पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए राज्य की प्रयोगशाला में भेजे जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि सीवर लाइन में लीकेज होने के बाद सीवर मेन लाइन में मिल गया। इस दूषित पानी को पीने से लोगों की तबीयत खराब हो गई और लोग बीमार पड़ने लगे।
घटना के बाद से लोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि इस घटना को एक सप्ताह हो गया है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ एक जूनियर इंजीनियर को सस्पेंड किया गया है। लोगों की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मामले की जांच अपने हाथ में लेने का फैसला किया है। सीएम ने इस मामले में की गई कार्रवाई पर जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। लोगों का कहना है कि ऐसे मामले अक्सर फाइलों के नीचे दब जाते हैं। यही वजह है कि लोगों की मांग पर खुद सीएम ने इसकी जांच अपनी निगरानी में ले ली है।