सीआईएनए। भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी से जुड़ी कंपनियों के रत्न, आभूषण और बैंक जमा समेत कुल 253.62 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है। केंद्रीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि ये सभी चल संपत्ति हांगकांग में थी। इन्हें मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत जब्त किया गया है। 

बयान के अनुसार, हांगकांग में नीरव मोदी समूह की कुछ संपत्तियों की पहचान निजी ‘वॉल्ट्स’ में रखे गए रत्न और आभूषण के रूप में की गई है। साथ ही वहां बैंक खातों में रखी गई राशि का भी पता चल गया।

उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत अस्थायी रूप से जब्त कर लिया गया है। नीरव मोदी फिलहाल ब्रिटेन की एक जेल में कैद है। वह दो अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) मामले की जांच कर रही है।

नीरव मोदी को पीएनबी घोटाला मामले में भारत प्रत्यर्पित कर लाया जा सकता है। ब्रिटेन की एक अदालत ने 25 फरवरी को अपना फैसला सुनाया था, जिसके बाद नीरव मोदी को भारत वापस लाने का रास्ता साफ हो गया। नीरव मोदी ने अपने अंकल मेहुल चौकसी के साथ मिलकर पीएनबी में ऋण पत्रों के माध्यम से हेरा-फेरी की थी। 

नीरव मोदी गीताजंलि ब्रांड नाम के तहत हीरे का कारोबार करते रहे हैं। नीरव मोदी के अलावा शराब व्यवसायी विजय माल्या, आईपीएल के फाउंडर ललित मोदी भी इस समय में ब्रिटेन में हैं। भारत सरकार इन्हें भी भगौड़ा करार दे चुकी है और इनके खिलाफ भी मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी को लेकर जांच चल रही है।