सीआईएनए। रेलवे ने 2014 से 2022 के बीच कुल मिलाकर करीब 3.50 लाख लोगों को रोजगार दिया है। इसके साथ ही 1.40 लाख लोगों की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 2014 से 2022 के बीच रेलवे ने 3,50,204 लोगों को रोजगार दिया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 10 लाख लोगों को रोजगार देने की प्रतिबद्धता में रेलवे भी अहम भूमिका निभाएगा और 1.40 लाख लोगों को रोजगार देगा। उन्होंने कहा कि रेलवे ने इस साल 18,000 नौकरियों की पेशकश की है।

पश्चिम बंगाल के संदर्भ में रेल मंत्री ने कहा कि पूर्व में वहां कई परियोजनाओं की घोषणा की गई थी, लेकिन रेलवे की तमाम कोशिशों के बावजूद उसे जमीन नहीं मिल पाई। पिछली घोषणाओं पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “कुछ लोग घोषणा करते हैं, कुछ लोग कार्य करते हैं… हम बातें करने में नहीं, काम करने पर विश्वास करते हैं।”

उन्होंने कहा कि रेलवे एक ऐसा विभाग है जिसमें ‘सबके प्रयास’ की जरूरत है और राज्यों का सहयोग बहुत जरूरी है। उन्होंने कोलकाता मेट्रो का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में वहां विस्तार की गति बहुत धीमी थी। अब हर पांच-छह महीने में एक नया सेक्शन चालू किया जा रहा है।

डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) का जिक्र करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि अब तक 1300 किलोमीटर के हिस्से को चालू कर दिया गया है, जबकि 2014 तक इसमें कोई खास प्रगति नहीं हुई थी।