रायपुर। छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों की हड़ताल जारी है, इसी बीच मामले में पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह का ट्वीट सामने आया है, पूर्व सीएम रमन सिंह ने कर्मचारियों से वादा किया है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनते ही कर्मचारियों को केंद्र के समान डीएम देंगे। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि कर्मचारियों को डरने की जरूरत नहीं है, बीजेपी उनके साथ है और आपका अधिकार, आपको जरूर मिलेगा। रमन सिंह के ट्वीट पर मंत्री रविंद्र चौबे ने पलटवार किया है। बता दें दो सूत्रीय मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ में कर्मचारी पिछले 10 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं। वे केंद्र के समान डीए मांग रहे हैं।

पूर्व सीएम रमन सिंह के ट्वीट पर मंत्री रविंद्र चौबे ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि कर्मचारियों को बीजेपी का शासनकाल मालूम है। बीजेपी सरकार ने कर्मचारियों के हित में कभी निर्णय नहीं लिया, रमन सिंह अब केवल ट्वीट की राजनीति करते हैं। मंत्री चौबे ने कहा कि बहुत जल्द कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होगी।

गौरतलब है कि केंद्रीय कर्मचारी के समान महंगाई भत्ता और सातवें वेतनमान के अनुसार आवास भत्ते की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारी पिछले 10 दिनों से हड़ताल पर है। इसके चलते सरकारी दफ्तरों में कामकाज लगभग ठप हो गया है। लोग परेशान हो रहे हैं क्योंकि उनके काम नहीं हो रहे।

इस बीच सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले संविदा कर्मचारियों ने भी मोर्चा खोल दिया है । यह लोग भी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं । संविदा कर्मचारियों को नियमित करने नौकरी से निकाले गए ऐसी कर्मचारियों को फिर से बहाल करने कर्मचारियों के वेतनमान बढ़ाने जैसी मांग को लेकर यह लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू किए हैं।

सरकारी दफ्तरों में अनियमित और संविदा कर्मचारियों की संख्या करीब 40फीसदी तक होती है। इस तरह नियमित और अनियमित कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से सरकारी दफ्तरों में संकट और गहरा गया है। आम लोगों के थोड़े बहुत काम जो अब तक हो रहे थे वह भी ठप हो जायेंगे।

सीएम भूपेश कर चुके हैं अपील
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कर्मचारियों से हड़ताल खत्म कर काम पर वापस आने की अपील की थी, और आज कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन से जुड़े करीब 80 संगठनों के संयोजक पदाधिकारी की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है ऐसे में सबकी नजर फेडरेशन के फैसले पर टिकी है कि क्या कर्मचारी हड़ताल से वापस आते हैं या अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल को जारी रखते हैं।