राजनांदगांव। पुलिस में मामला दर्ज किए जाने के खिलाफ खैरागढ़ थाना घेरने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस बीच धक्का-मुक्की हो गई। वे एफआईआर को खारिज करने की मांग कर रहे थे। इसे लेकर भाजपाइयों ने जमकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने एसपी के नाम ज्ञापन सौंपकर लौट गए।

पुलिस कार्रवाई किए जाने पर भाजपाई नाराज हो गए हैं। बता दें कि मतगणना स्थल में तोड़फोड़ और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने भाजपा नेता विक्रांत सिंह और 10 अन्य के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर लिया है। मामला पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के भांजे सहित अन्य कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज करने का है।

पुलिस में छह धाराओं में मामला दर्ज
पुलिस के अनुसार जिला पंचायत के उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, भाजपा नेता प्रफुल्ल ताम्रकार, कैलाश नागरे,अंकित अग्रवाल,अभिषेक सिंह, किशोर सिंह समेत 10 लोगों पर आईपीसी की धारा 186, 353, 147, 294, 506, 427 के तहत मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह के भांजे हैं।

मतगणना स्थल पर तोड़फोड़ का आरोप
बता दें कि बीते 23 दिसंबर को खैरागढ़ नगर पालिका चुनाव के मतगणना के दौरान विक्रांत सिंह सहित भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। मतगणना स्थल में घुसकर तोड़फोड़ की थी। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर एफआईआर दर्ज करने के विरोध में ही भाजयुमो ने खैरागढ़ थाने का घेराव कर दिया। इस दौरान जमकर हंगामा भी हुआ।

ये रहा विवाद का कारण
जानकारी अनुसार खैरागढ़ नगर पालिका परिषद के 20 वार्डों में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर थी। चुनाव परिणाम आते गए और स्थिति भी स्पष्ट होती गई, जिसमें 20 में से 10 सीट भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में और 9 सीट कांग्रेस के पक्ष में आई। वहीं वार्ड नंबर 4 की एक सीट पर दोनों प्रत्याशी को मिले मतों में बराबरी होने के चलते फैसला आना बाकी रहा। खैरागढ़ नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर 4 में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही प्रत्याशी को 387 वोट ही मिले थे, जिसमें भाजपा और कांग्रेस के बीच टाई हो गया था।

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